विचित्रशाकयूषभक्ष्यविकार-क्रिया कला
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। तरह-तरह के शाक, कढ़ी, रस, मिठाई आदि बनाने की क्रिया है जिसका प्रयोग भोजन के रूप में किया जाता है।
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। तरह-तरह के शाक, कढ़ी, रस, मिठाई आदि बनाने की क्रिया है जिसका प्रयोग भोजन के रूप में किया जाता है।