प्रेरणात्मक विचार -अब्दुल कलाम: Difference between revisions

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प्रेरणात्मक विचार नामक यह पुस्तक भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री डॉ.अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गयी है। जीवन के विभिन्न पहलुओं पर राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के ओजस्वी विचार जो नई प्रेरणा देते हैं जीवन को सार्थक और सफल बनाने के लिए। स्वयं पुस्तक सेः आप किस रूप में याद रखे जाना चाहेंगे? आपको अपने जीवन को कैसा स्वरूप देना है, उसे एक कागज पर लिख डालिए। वह मानव इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है।
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*सितारों को छू पाना लज्जा की बात नहीं, लज्जा की बात है मन में सितारों को छूने का हौसला ही न होना।
*सितारों को छू पाना लज्जा की बात नहीं, लज्जा की बात है मन में सितारों को छूने का हौसला ही न होना।
*जो सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने की हिम्मत रखते हैं, सारी सृष्टि उनकी मित्र है और उनके सपने पूरा करने में सहायक होने के लिए तत्पर है।
*जो सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने की हिम्मत रखते हैं, सारी सृष्टि उनकी मित्र है और उनके सपने पूरा करने में सहायक होने के लिए तत्पर है।
*शिक्षा एक अंतहीन यात्रा के समान है जो जीवनपर्यन्त साथ चलती है।
*शिक्षा एक अंतहीन यात्रा के समान है जो जीवनपर्यन्त साथ चलती है।
*जीवन का महत्त्व इस बात में है कि खुद कामयाबी हासिल करने से अधिक है दूसरों को कामयबी हासिल करने में मददगार हों।<ref>{{cite web |url=http://www.orientpaperbacks.com/books/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%95-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%B0.html |title=प्रेरणात्मक विचार|accessmonthday=14 दिसम्बर |accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=orient publishing |language=हिंदी }}</ref>
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*आप किस रूप में याद रखे जाना चाहेंगे ? आपको अपने जीवन को कैसा स्वरूप देना है, उसे एक कागज़ पर लिख डालिए। वह मानव इतिहास का महत्त्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है। बच्चों को प्रेरित कीजिए कि वे सपने संजोना सीखें।  
*आप किस रूप में याद रखे जाना चाहेंगे ? आपको अपने जीवन को कैसा स्वरूप देना है, उसे एक कागज़ पर लिख डालिए। वह मानव इतिहास का महत्त्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है। बच्चों को प्रेरित कीजिए कि वे सपने संजोना सीखें।  
*सपने देखना, उन्हें दृढ़ संकल्प से सार्थक करना आपका जीवन-दर्शन होना चाहिए।
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*सपने लेना मत छोड़िये सपने लेते रहिए, सपने ही आधारशिला होते हैं नये भवनों के निर्माण की।
*सपने लेना मत छोड़िये सपने लेते रहिए, सपने ही आधारशिला होते हैं नये भवनों के निर्माण की।
*कल्पनाशील नेतृत्व ही ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में सक्षम होगा।
*कल्पनाशील नेतृत्व ही ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में सक्षम होगा।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

Latest revision as of 12:13, 15 December 2013

प्रेरणात्मक विचार -अब्दुल कलाम
लेखक अब्दुल कलाम
मूल शीर्षक प्रेरणात्मक विचार
प्रकाशक राजपाल प्रकाशन
प्रकाशन तिथि 1 जनवरी, 2007
ISBN 81-7028-690-5
देश भारत
पृष्ठ: 104
भाषा हिंदी

प्रेरणात्मक विचार नामक यह पुस्तक भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गयी है। जीवन के विभिन्न पहलुओं पर राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के ओजस्वी विचार जो नई प्रेरणा देते हैं जीवन को सार्थक और सफल बनाने के लिए। स्वयं पुस्तक सेः आप किस रूप में याद रखे जाना चाहेंगे? आपको अपने जीवन को कैसा स्वरूप देना है, उसे एक कागज पर लिख डालिए। वह मानव इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है।

  • सितारों को छू पाना लज्जा की बात नहीं, लज्जा की बात है मन में सितारों को छूने का हौसला ही न होना।
  • जो सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने की हिम्मत रखते हैं, सारी सृष्टि उनकी मित्र है और उनके सपने पूरा करने में सहायक होने के लिए तत्पर है।
  • शिक्षा एक अंतहीन यात्रा के समान है जो जीवनपर्यन्त साथ चलती है।
  • जीवन का महत्त्व इस बात में है कि खुद कामयाबी हासिल करने से अधिक है दूसरों को कामयबी हासिल करने में मददगार हों।[1]
  • आप किस रूप में याद रखे जाना चाहेंगे ? आपको अपने जीवन को कैसा स्वरूप देना है, उसे एक कागज़ पर लिख डालिए। वह मानव इतिहास का महत्त्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है। बच्चों को प्रेरित कीजिए कि वे सपने संजोना सीखें।
  • सपने देखना, उन्हें दृढ़ संकल्प से सार्थक करना आपका जीवन-दर्शन होना चाहिए।
  • सृजनशील व्यक्ति औरों की तरह की स्थिति को देखता है, लेकिन उसके निष्कर्ष बने-बनाये ढांचे से भिन्न और मौलिक होते हैं।
  • श्रेष्ठ नेतृत्व चुम्बक की भांति होता है, जो अच्छे लोगों को अपनी ओर आकृष्ट करता है।
  • रचनात्मक नेतृत्व अपनी परम्परागत भूमिका से हटकर कमांडर के स्थान पर कोच और प्रबंधक के स्थान पर पथप्रदर्शक का काम करता है।
  • एक अच्छी पुस्तक आनेवाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक के समान होती है।
  • सपने लेना मत छोड़िये सपने लेते रहिए, सपने ही आधारशिला होते हैं नये भवनों के निर्माण की।
  • कल्पनाशील नेतृत्व ही ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में सक्षम होगा।
  • सफलता तभी संभव है, जब हम कर्तव्य के प्रति समर्पित हों[2]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. प्रेरणात्मक विचार (हिंदी) Orient Publishing। अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2013।
  2. प्रेरणात्मक विचार (हिंदी) भारतीय साहित्य संग्रह। अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2013।

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