अजाव सागर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''अजाव सागर''' कृष्ण सागर (ब्लैक सी) का एक बाहर की ओर निक...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "khoj.bharatdiscovery.org" to "bharatkhoj.org") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''अजाव सागर''' कृष्ण सागर (ब्लैक सी) का एक बाहर की ओर निकला हुआ भाग है, जो क्रीमिया, पूर्वी यूक्रेन तट तथा उत्तरी काकेशस पहाड़ से घिरा हुआ है। यह [[सागर]] पूर्व से पश्चिम 226 मील लंबा तथा उत्तर से दक्षिण 110 मील चौड़ा है। इसका क्षेत्रफल 14,520 वर्ग मील है।<ref>{{cite web |url= http:// | '''अजाव सागर''' कृष्ण सागर (ब्लैक सी) का एक बाहर की ओर निकला हुआ भाग है, जो क्रीमिया, पूर्वी यूक्रेन तट तथा उत्तरी काकेशस पहाड़ से घिरा हुआ है। यह [[सागर]] पूर्व से पश्चिम 226 मील लंबा तथा उत्तर से दक्षिण 110 मील चौड़ा है। इसका क्षेत्रफल 14,520 वर्ग मील है।<ref>{{cite web |url= http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%85%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B5|title=अजाव सागर|accessmonthday=13 जून|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
*अजाव सागर छिछला तथा चौरस तलहटी वाला क्षेत्र है। यहाँ कभी-कभी तूफ़ान भी आते हैं। | *अजाव सागर छिछला तथा चौरस तलहटी वाला क्षेत्र है। यहाँ कभी-कभी तूफ़ान भी आते हैं। |
Latest revision as of 12:24, 25 October 2017
अजाव सागर कृष्ण सागर (ब्लैक सी) का एक बाहर की ओर निकला हुआ भाग है, जो क्रीमिया, पूर्वी यूक्रेन तट तथा उत्तरी काकेशस पहाड़ से घिरा हुआ है। यह सागर पूर्व से पश्चिम 226 मील लंबा तथा उत्तर से दक्षिण 110 मील चौड़ा है। इसका क्षेत्रफल 14,520 वर्ग मील है।[1]
- अजाव सागर छिछला तथा चौरस तलहटी वाला क्षेत्र है। यहाँ कभी-कभी तूफ़ान भी आते हैं।
- यहाँ प्रति वर्ग मील की गणना से मछलियां संसार में सबसे अधिक पाई जाती हैं। यह रूस का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मछली पकड़ने का केंद्र है।
- इस सागर की प्रधान व्यापारिक वस्तुएँ कोयला, लोहा, नमक, इमारती सामान तथा मछलियाँ हैं।
- जनवरी-फ़रवरी के महीने में न्यून तापमान होने के कारण अजाव सागर जम जाता है।
- अजाव सागर में कुछ मछलियाँ कैस्पियन सागर की जाति की हैं, अत यह अनुमान लगाया जाता है कि पूर्व-ऐतिहासिक काल में यह कैस्पियन सागर से जुड़ा हुआ था।
|
|
|
|
|