तार सप्तक: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('तार सप्तक सप्तक का एक प्रकार है। मध्य सप्तक के बा...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (talk | contribs) m (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:कला कोश (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 12: | Line 12: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | |||
{{संगीत के अंग}} | |||
[[Category:संगीत]] | [[Category:संगीत]] | ||
[[Category:संगीत कोश]] | [[Category:संगीत कोश]] | ||
[[Category: | [[Category:कला कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 14:29, 8 November 2014
तार सप्तक सप्तक का एक प्रकार है। मध्य सप्तक के बाद का तार सप्तक कहलाता है। यह सप्तक मध्य सप्तक का दुगुना ऊँचा होता है। दूसरे शब्दों में तार सप्तक के प्रत्येक स्वर में मध्य सप्तक के उसी स्वर से दुगुनी आन्दोलन रहती है, उदाहरणार्थ अगर मध्य सप्तक के रे की आन्दोलन संख्या 270 है तो तार रे की आन्दोलन संख्या 270 की दुगुनी 540 होगी। इसमें भी 7 शुद्ध स्वर और 5 विकृत स्वर कुल 12 स्वर होते हैं।
|
|
|
|
|