पंजाब की लोककथा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('thumb|250px|नौटंकी, [[बेंगलोर]] संगीत प्रधान लोकन...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
m (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ")
 
(6 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Drama-1.jpg|thumb|250px|नौटंकी, [[बेंगलोर]]]]
<poem style="background:#fbf8df; padding:15px; font-size:14px; border:1px solid #003333; border-radius:5px">
संगीत प्रधान लोकनाट्य के [[नौटंकी]] नाम के विषय में एक लोक प्रेमकथा प्रचलित है। ऐसा कहा जाता है कि [[पंजाब[[ के स्यालकोट के राजा राजोसिंह के छोटे बेटे फूलसिंह ने शिकार खेलकर लौटने पर भाभी से पीने के लिए पानी माँगा। भाभी ने पानी देने के स्थान पर व्यंग्य किया -  
[[चित्र:Drama-1.jpg|thumb|250px|[[नौटंकी]], बेंगलोर]]
*यह ऐतिहासिक तथ्य है कि नौटंकी नामक शहजादी के नाम पर, एक गीत नाटय शहजादी नौटंकी की अपार लोकप्रियता ने इस विधा को नौटंकी नाम दिया। 
*एक दृष्टिकोण यह भी है कि इसका टिकट नौटंकी होने के कारण इसका नाम नौटंकी नाम पड़ गया।
 
संगीत प्रधान लोकनाट्य के [[नौटंकी]] नाम के विषय में एक लोक प्रेमकथा प्रचलित है। ऐसा कहा जाता है कि [[पंजाब]] के स्यालकोट के राजा राजोसिंह के छोटे बेटे फूलसिंह ने शिकार खेलकर लौटने पर भाभी से पीने के लिए पानी माँगा। भाभी ने पानी देने के स्थान पर व्यंग्य किया -  


'जाओ, मुल्तान की राजकुमारी नौटंकी से शादी कर लो।'  
'जाओ, मुल्तान की राजकुमारी नौटंकी से शादी कर लो।'  
Line 9: Line 13:


नौटंकी ने जब उसे भाँजे की वधू को भेजने के लिए कहा, तो फूलसिंह स्त्री के वेश में नौटंकी के शयनकक्ष में पहुँच गया। रात में साथ सोने के क्रम में फूलसिंह का यह भेद खुल गया और अंततः दोनों की शादी हो गई।
नौटंकी ने जब उसे भाँजे की वधू को भेजने के लिए कहा, तो फूलसिंह स्त्री के वेश में नौटंकी के शयनकक्ष में पहुँच गया। रात में साथ सोने के क्रम में फूलसिंह का यह भेद खुल गया और अंततः दोनों की शादी हो गई।
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
*कुछ विद्वान् यह मानते है कि [[मथुरा]]-[[वृन्दावन]] के भगत एवं रास एवं [[राजस्थान]] की ख्याल लोक विधा से ही नौटंकी का जन्म हुआ।
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
</poem>
<references/>


==बाहरी कड़ियाँ==


==संबंधित लेख==
{{seealso|लोककथा संग्रहालय, मैसूर|लोककथा संग्रहालय, भारतकोश|नौटंकी }}


[[Category:नया पन्ना मार्च-2013]]


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
==संबंधित लेख==
{{भारतकोश में संकलित लोककथाऐं}}{{जनश्रुति}}
[[Category: लोककथाएँ]]
[[Category: कथा साहित्य]][[Category: कथा साहित्य कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 14:37, 6 July 2017

[[चित्र:Drama-1.jpg|thumb|250px|नौटंकी, बेंगलोर]]

  • यह ऐतिहासिक तथ्य है कि नौटंकी नामक शहजादी के नाम पर, एक गीत नाटय शहजादी नौटंकी की अपार लोकप्रियता ने इस विधा को नौटंकी नाम दिया।
  • एक दृष्टिकोण यह भी है कि इसका टिकट नौटंकी होने के कारण इसका नाम नौटंकी नाम पड़ गया।


संगीत प्रधान लोकनाट्य के नौटंकी नाम के विषय में एक लोक प्रेमकथा प्रचलित है। ऐसा कहा जाता है कि पंजाब के स्यालकोट के राजा राजोसिंह के छोटे बेटे फूलसिंह ने शिकार खेलकर लौटने पर भाभी से पीने के लिए पानी माँगा। भाभी ने पानी देने के स्थान पर व्यंग्य किया -

'जाओ, मुल्तान की राजकुमारी नौटंकी से शादी कर लो।'

फूलसिंह मुल्तान पहुँच गया और शाही मालिन के द्वारा नौटंकी के पास एक हार भेज दिया। नौटंकी के पूछने पर मालिन ने कह दिया-

'मेरे भाँजे की वधू ने यह हार बनाया है।'

नौटंकी ने जब उसे भाँजे की वधू को भेजने के लिए कहा, तो फूलसिंह स्त्री के वेश में नौटंकी के शयनकक्ष में पहुँच गया। रात में साथ सोने के क्रम में फूलसिंह का यह भेद खुल गया और अंततः दोनों की शादी हो गई।


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

भारतकोश में संकलित लोककथाऐं
झारखण्ड की लोककथा अल्मोड़ा की लोककथा अशोक की लोककथा लक्ष्मी माता की लोककथा सिंहासन बत्तीसी
तमिलनाडु की लोककथा-1 राजस्थान की लोककथा बुद्धि की लोककथा पिंगला की लोककथा वेताल पच्चीसी
पंजाब की लोककथा कंबुज की लोककथा लोहड़ी की लोककथा चतुराई की लोककथा पंचतंत्र