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भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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{ [[संगीत]] में समान गति को क्या कहा जाता है?  
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-मात्रा
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-विभाग  
-विभाग  


{ भातखण्डे संगीत पद्धति में सम को किस चिह्न द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?
{भातखण्डे संगीत पद्धति में सम को किस चिह्न द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?
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-+  
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{ 'ध्रुपद' एवं 'धमार' गायकों में किस प्रकार के आलाप की परम्परा है?
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+नोमतोम का आलाप  
+नोमतोम का आलाप  
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-इनमें से कोई नहीं  
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{ निम्नलिखित में से कौन-सा तान का रूप है?
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-अलंकृत तान  
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+ये सभी
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{ 'खटका' का दूसरा नाम क्या है?
{'खटका' का दूसरा नाम क्या है?
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-मुर्की  
-मुर्की  
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+जमजमा
+जमजमा


{ 'मिजराब' द्वारा किस वाद्य यंत्र को बजाया जाता है?
{'मिजराब' द्वारा किस वाद्य यंत्र को बजाया जाता है?
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+[[सितार]]  
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||[[चित्र:Sitar.jpg|सितार|100px|right]]सितार के जन्म के विषय में विद्वानों के अनेक मत हैं। अभी तक किसी भी मत के पक्ष में कोई ठोस प्रमाण नहीं प्राप्त हो सका हैं। कुछ विद्वानों के मतानुसार इसका निर्माण वीणा के एक प्रकार के आधार पर हुआ है। भारतीयता को महत्त्व देने वाले भारतीय विद्वान इस मत को सहज में ही मान लेते हैं।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[सितार]]
||[[चित्र:Sitar.jpg|सितार|100px|right]]सितार के जन्म के विषय में विद्वानों के अनेक मत हैं। अभी तक किसी भी मत के पक्ष में कोई ठोस प्रमाण नहीं प्राप्त हो सका हैं। कुछ विद्वानों के मतानुसार इसका निर्माण वीणा के एक प्रकार के आधार पर हुआ है। भारतीयता को महत्त्व देने वाले भारतीय विद्वान इस मत को सहज में ही मान लेते हैं।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[सितार]]


{ '[[संगति]]' गाने-बजाने की नवीन पद्धति है, जिसकी शुरुआत की थी-
{'संगति' गाने-बजाने की नवीन पद्धति है, जिसकी शुरुआत की थी-
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-पं. विष्णु दिगम्बर पलुस्कर ने  
-पं. विष्णु दिगम्बर पलुस्कर ने  
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-पं. शारंगदेव ने  
-पं. शारंगदेव ने  


{ निम्नलिखित में कौन [[कर्नाटक]] संगीत के संगीतज्ञ नहीं है?
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-त्यागराज  
-त्यागराज
-[[रामदास]]
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-पुरन्दरदास  
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+साजन मिश्र
+साजन मिश्र


{ [[राग|रागों]] में 'तान' किस लय में गाया जाता है?
{[[राग|रागों]] में 'तान' किस लय में गाया जाता है?
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-विलम्बित  
-विलम्बित  
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-सभी में
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{ [[कर्नाटक]] [[संगीत]] में 'सरगम' को क्या कहा जाता है?  
{[[कर्नाटक]] [[संगीत]] में 'सरगम' को क्या कहा जाता है?  
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-वर्णम  
-वर्णम  
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-मुखारी
-मुखारी


{ तंत्र वादन में 'मींड' लेने की क्रिया को क्या कहा जाता है?
{तंत्र वादन में 'मींड' लेने की क्रिया को क्या कहा जाता है?
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+सूत  
+सूत  
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-कण
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{ हिंदुस्तानी शैली का विकास किसने किया था?
{हिंदुस्तानी शैली का विकास किसने किया था?
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+[[अमीर ख़ुसरो]]  
+[[अमीर ख़ुसरो]]  
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-'ख्याल' [[फ़ारसी भाषा]] से लिया गया है।
-'ख्याल' [[फ़ारसी भाषा]] से लिया गया है।


{ प्राचीन काल में ध्रुपद गाने वाले को क्या कहा जाता था?
{प्राचीन काल में ध्रुपद गाने वाले को क्या कहा जाता था?
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-गायक  
-गायक  
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-इनमें से कोई नहीं  
-इनमें से कोई नहीं  


{ 'विलम्बित ख़्याल' में प्रयोग न होने वाला ताल है?
{'विलम्बित ख़्याल' में प्रयोग न होने वाला ताल है?
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+रूपक  
+रूपक  
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-झूमरा  
-झूमरा  


{ 'धमार' गायक शैली में किस भाषा का मुख्यतः प्रयोग किया जाता है?
{'धमार' गायक शैली में किस भाषा का मुख्यतः प्रयोग किया जाता है?
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-[[अवधी भाषा]]
-[[अवधी भाषा]]
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||[[चित्र:Raskhan-2.jpg|रसखान के दोहे|100px|right]] ब्रजभाषा मूलत: ब्रजक्षेत्र की बोली है। विक्रम की 13वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी तक [[भारत]] में साहित्यिक भाषा रहने के कारण ब्रज की इस जनपदीय बोली ने अपने विकास के साथ भाषा नाम प्राप्त किया और ब्रजभाषा नाम से जानी जाने लगी। शुद्ध रूप में यह आज भी [[मथुरा]], [[आगरा]], [[धौलपुर]], [[अलीगढ़]] ज़िलों में बोली जाती है।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[ब्रज भाषा]]   
||[[चित्र:Raskhan-2.jpg|रसखान के दोहे|100px|right]] ब्रजभाषा मूलत: ब्रजक्षेत्र की बोली है। विक्रम की 13वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी तक [[भारत]] में साहित्यिक भाषा रहने के कारण ब्रज की इस जनपदीय बोली ने अपने विकास के साथ भाषा नाम प्राप्त किया और ब्रजभाषा नाम से जानी जाने लगी। शुद्ध रूप में यह आज भी [[मथुरा]], [[आगरा]], [[धौलपुर]], [[अलीगढ़]] ज़िलों में बोली जाती है।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[ब्रज भाषा]]   


{ 'धमार ताल' कितनी मात्रा का होता है?
{'धमार ताल' कितनी मात्रा का होता है?
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-10मात्रा  
-10मात्रा  
Line 166: Line 166:
-18 मात्रा  
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{ 'ठुमरी' गायन शैली में प्रयुक्त राग है?
{'ठुमरी' गायन शैली में प्रयुक्त राग है?
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-राग खमाज  
-राग खमाज  
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+ये सभी  
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{ निम्नलिखित में से कौन ठुमरी गायक/गायिका नहीं है?
{निम्नलिखित में से कौन ठुमरी गायक/गायिका नहीं है?
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-बेगम अख्तर  
-बेगम अख्तर  
Line 181: Line 181:
||[[चित्र:Birju-Maharaj-2.jpg|बिरजू महाराज|100px|right]] बिरजू महाराज का पूरा नाम बृज मोहन मिश्रा है। बिरजू महाराज [[नृत्य कला|भारतीय नृत्य]] की '[[कथक नृत्य|कथक]]' शैली के आचार्य और [[लखनऊ]] के कालका–बिंदादीन घराने के एक मुख्य प्रतिनिधि हैं। अपनी परिशुद्ध ताल और भावपूर्ण अभिनय के लिये प्रसिद्ध बिरजू महाराज ने एक ऐसी शैली विकसित की है, जो उनके दोनों चाचाओं और पिता से संबंधित तत्वों को सम्मिश्रित करती है।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[बिरजू महाराज]]
||[[चित्र:Birju-Maharaj-2.jpg|बिरजू महाराज|100px|right]] बिरजू महाराज का पूरा नाम बृज मोहन मिश्रा है। बिरजू महाराज [[नृत्य कला|भारतीय नृत्य]] की '[[कथक नृत्य|कथक]]' शैली के आचार्य और [[लखनऊ]] के कालका–बिंदादीन घराने के एक मुख्य प्रतिनिधि हैं। अपनी परिशुद्ध ताल और भावपूर्ण अभिनय के लिये प्रसिद्ध बिरजू महाराज ने एक ऐसी शैली विकसित की है, जो उनके दोनों चाचाओं और पिता से संबंधित तत्वों को सम्मिश्रित करती है।{{point}} अधिक जानकारी देखें:-[[बिरजू महाराज]]


{ 'दादरा' गायन शैली में किस गायन शैली की छाया दृष्टिगोचर होती है?
{'दादरा' गायन शैली में किस गायन शैली की छाया दृष्टिगोचर होती है?
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-टप्पा  
-टप्पा  
Line 188: Line 188:
-ख्याल  
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{ 'मार्गी संगीत' का अभिप्राय है?
{'मार्गी संगीत' का अभिप्राय है?
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+मोक्ष प्राप्त करने से  
+मोक्ष प्राप्त करने से  

Revision as of 08:10, 30 April 2011

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
इस सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी में कुल 15 प्रश्न हैं। इसे हल करने के उपरांत पन्ने के नीचे की ओर "परिणाम देखें" पर क्लिक करें और उत्तरों का मिलान करें साथ ही अर्जित अंक भी देखें।

1 संगीत में समान गति को क्या कहा जाता है?

मात्रा
ताल
लय
विभाग

2 भारतीय ग्रंथानुसार 'ताल' में 'लय' वर्ण किसका द्योतक है?

कृष्ण
पार्वती
शिव
गणेश

3 निम्नलिखित में से कौन-सा हिन्दुस्तानी ताल नहीं है?

कहरवा
दादरा
धमार
आदिताल

4 संगीत में समय नापने को क्या कहा जाता है?

मात्रा
ताल
लय
विभाग

5 भातखण्डे संगीत पद्धति में सम को किस चिह्न द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?

+
x
o
1

6 'ध्रुपद' एवं 'धमार' गायकों में किस प्रकार के आलाप की परम्परा है?

नोमतोम का आलाप
आकार का आलाप
'a' व 'b' दोनों
इनमें से कोई नहीं

7 निम्नलिखित में से कौन-सा तान का रूप है?

अलंकृत तान
कूट तान
जबड़े की तान
ये सभी

8 'खटका' का दूसरा नाम क्या है?

मुर्की
कण
गमक
जमजमा

9 'मिजराब' द्वारा किस वाद्य यंत्र को बजाया जाता है?

सितार
गिटार
वीणा
वायलिन

10 'संगति' गाने-बजाने की नवीन पद्धति है, जिसकी शुरुआत की थी-

पं. विष्णु दिगम्बर पलुस्कर ने
पं. भातखण्डे ने
पं. त्यागराज ने
पं. शारंगदेव ने

11 निम्नलिखित में कौन कर्नाटक संगीत के संगीतज्ञ नहीं है?

त्यागराज
रामदास
पुरन्दरदास
साजन मिश्र

12 रागों में 'तान' किस लय में गाया जाता है?

विलम्बित
मध्य
द्रुत
सभी में

13 कर्नाटक संगीत में 'सरगम' को क्या कहा जाता है?

वर्णम
नेराबल
कल्पना स्वर
मुखारी

14 तंत्र वादन में 'मींड' लेने की क्रिया को क्या कहा जाता है?

सूत
आवर्तन
झाला
कण

15 हिंदुस्तानी शैली का विकास किसने किया था?

अमीर ख़ुसरो
तानसेन
स्वामी हरिदास
भातखण्डे

16 निम्नलिखित में से कौन 'ध्रुपद' गायक नहीं थे?

स्वामी हरिदास
सदारंग
तानसेन
बैजू बावरा

17 'ध्रुपद' में किस ताल का प्रयोग होता है?

दादरा
रूपक
कहरवा
चारताल

18 निम्नलिखित में कौन-सा असत्य है?

ध्रुपद को मर्दाना गीत कहा जाता है।
ध्रुपद की रचना सर्वप्रथम तानसेन ने की थी।
बड़े ख्याल के आविष्कारक सुल्तान हुसैन शर्की थे।
'ख्याल' फ़ारसी भाषा से लिया गया है।

19 प्राचीन काल में ध्रुपद गाने वाले को क्या कहा जाता था?

गायक
ध्रुपदविद्
कलावंत
इनमें से कोई नहीं

20 'विलम्बित ख़्याल' में प्रयोग न होने वाला ताल है?

रूपक
तिलवाड़ा
एकताल
झूमरा

21 'धमार' गायक शैली में किस भाषा का मुख्यतः प्रयोग किया जाता है?

अवधी भाषा
मैथिली भाषा
फ़ारसी भाषा
ब्रज भाषा

22 'धमार ताल' कितनी मात्रा का होता है?

10मात्रा
12मात्रा
14मात्रा
18 मात्रा

23 'ठुमरी' गायन शैली में प्रयुक्त राग है?

राग खमाज
राग भैरवी
राग देश
ये सभी

24 निम्नलिखित में से कौन ठुमरी गायक/गायिका नहीं है?

बेगम अख्तर
गिरजा देवी
बड़े ग़ुलाम अली ख़ाँ
बिरजू महाराज

25 'दादरा' गायन शैली में किस गायन शैली की छाया दृष्टिगोचर होती है?

टप्पा
धमार
ठुमरी
ख्याल

26 'मार्गी संगीत' का अभिप्राय है?

मोक्ष प्राप्त करने से
जनरंजन से
संगीत के प्रचार से
संगीतज्ञों की जीवनी से।