संस्कृत में सांख्य: Difference between revisions
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हम उन ग्रन्थों में उपलब्ध [[सांख्य दर्शन]] का परिचय प्रस्तुत करेगें जिन्हें सांख्य सम्प्रदाय के ग्रन्थ मानने की परम्परा नहीं है लेकिन जिनमें सांख्य दर्शन का उल्लेख व परिचय प्राप्त होता है। ऐसे भी ग्रन्थ है जिनमें प्रस्तुत दर्शन सांख्यीय मान्यताओं के अनुरूप सांख्य सम्प्रदाय की शब्दावली में ही है। इस प्रकार के ग्रन्थों में प्रमुख है- | हम उन ग्रन्थों में उपलब्ध [[सांख्य दर्शन]] का परिचय प्रस्तुत करेगें जिन्हें सांख्य सम्प्रदाय के ग्रन्थ मानने की परम्परा नहीं है लेकिन जिनमें सांख्य दर्शन का उल्लेख व परिचय प्राप्त होता है। ऐसे भी ग्रन्थ है जिनमें प्रस्तुत दर्शन सांख्यीय मान्यताओं के अनुरूप सांख्य सम्प्रदाय की शब्दावली में ही है। इस प्रकार के ग्रन्थों में प्रमुख है- | ||
Revision as of 11:05, 22 April 2010
संस्कृत में सांख्य दर्शन
हम उन ग्रन्थों में उपलब्ध सांख्य दर्शन का परिचय प्रस्तुत करेगें जिन्हें सांख्य सम्प्रदाय के ग्रन्थ मानने की परम्परा नहीं है लेकिन जिनमें सांख्य दर्शन का उल्लेख व परिचय प्राप्त होता है। ऐसे भी ग्रन्थ है जिनमें प्रस्तुत दर्शन सांख्यीय मान्यताओं के अनुरूप सांख्य सम्प्रदाय की शब्दावली में ही है। इस प्रकार के ग्रन्थों में प्रमुख है-
- अहिर्बुध्न्यसंहिता में सांख्य दर्शन
- महाभारत में सांख्य दर्शन (विशेष रूप से शांतिपर्व)
- श्रीमद्भागवत में सांख्य दर्शन
- भगवद्गीता में सांख्य दर्शन
- पुराण में सांख्य दर्शन
- उपनिषद में सांख्य दर्शन
- चिकित्सकीय शास्त्र आदि में सांख्य दर्शन
- बुद्धचरितम में सांख्य दर्शन