शौद्र पुत्र: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('{{पुनरीक्षण}} *द्विजाति पिता के द्वारा विवाहिता शूद्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
कात्या सिंह (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
*द्विजाति पिता के द्वारा विवाहिता शूद्रा स्त्री | *द्विजाति (वर्णसंकर) पिता के द्वारा विवाहिता [[शूद्र|शूद्रा]] स्त्री से उत्पन्न किया हुआ [[पुत्र]] '''शौद्र''' कहलाता है। | ||
*यदि [[पिता]] [[ब्राह्मण]] हो तो | *यदि [[पिता]] [[ब्राह्मण]] हो तो उस पुत्र की [[संज्ञा]] '''पारशव''' (निषाद); [[क्षत्रिय]] हो तो '''उग्र''' तथा [[वैश्य]] हो तो '''सूचिक''' (दरजी) होती है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Revision as of 09:12, 3 October 2011
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- द्विजाति (वर्णसंकर) पिता के द्वारा विवाहिता शूद्रा स्त्री से उत्पन्न किया हुआ पुत्र शौद्र कहलाता है।
- यदि पिता ब्राह्मण हो तो उस पुत्र की संज्ञा पारशव (निषाद); क्षत्रिय हो तो उग्र तथा वैश्य हो तो सूचिक (दरजी) होती है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख