दही बड़ा: Difference between revisions
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'''दही बड़ा''' खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। किसी त्यौहार या अन्य किसी अवसर पर जब तला हुआ भोजन खाकर तबियत तृप्त हो जाती है, तो उस समय दही बड़ा पेट के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है। ये पेट को ठीक रखता है और साथ ही [[पाचन]] शक्ति को भी बढ़ाता है। [[भारत]] में लगभग सभी विवाह समारोहों आदि में दही बड़ा बनाया जाता है। | |||
==आवश्यक सामग्री== | |||
दही बड़ा बनाते समय जिस सामग्री की आवश्यकता होती है, वह इस प्रकार है- | |||
#धुली उरद की दाल - 250 ग्राम | |||
#[[दही]] - 1 किलोग्राम | |||
#[[नमक]] - स्वादानुसार | |||
#हींग - 1-2 छोटे टुकड़े | |||
#काजू - 1 चम्मच (छोटे टुकड़ों में काटा हुआ) | |||
#किशमिश - 1 चम्मच | |||
#भुना हुआ जीरा - 1 चम्मच | |||
#लाल मिर्च पाउडर - 1 छोटी चम्मच | |||
#रिफाइन्ड तेल - आवश्यकतानुसार | |||
==बनाने की विधि== | |||
सबसे पहले धुली उरद की [[दाल]] को धोकर दो घंटे के लिये पानी मे़ भिगो देना चाहिए। यदि दाल को रात में ही भिगोकर रख दिया जाये, तो बहुत अच्छा रहता है। अब दाल में से पानी निकाल दीजिये और हल्की सी दरदरी पीस लीजिये। दाल को एक बर्तन में लेकर और एक चम्मच पानी में हींग घोलकर दाल में अच्छी प्रकार से मिला दें। दाल को एक चोथाई छोटी चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह दाल नरम होने तक मिला लीजिये। | |||
अब एक कढ़ाई में दही बड़े तलने के लिये तेल डालिये और गरम कीजिये। एक छोटी कटोरी लीजिये और उस पर एक साफ धुला हुआ कपड़ा ढककर पीछे की ओर से पकड़ लीजिये। कपड़े पर हाथ से थोड़ा-सा पानी लगाइये। अब उँगलियों के सहारे से थोड़ी-सी दाल निकालिये और कपड़े के ऊपर रखिये। दाल के ऊपर बीच में 2 काजू के टुकड़े और एक किशमिश डालिये। अब किशमिश काजू को चारो ओर दाल उठाकर बन्द कर दीजिये। दही बड़े को उँगलियों से दबाकर चपटा और गोल कर लीजिये। हल्के हाथ से उसे कपड़े से हटाकर कड़ाई में तलने के लिये डालिये। | |||
4 या 5 दही बड़े एक बार में तलिये। जब दही बड़े [[भूरा रंग|भूरे रंग]] के से हो जायँ, तब उन्हें कड़ाई से निकालकर प्लेट में रख दीजिए। सारे दही बड़े इसी तरह से तलकर तैयार कर लीजिये। इसके बाद एक बरतन में एक लीटर साफ पानी लीजिये और हल्का गरम कर लीजिए। इसमें आधा छोटी चम्मच [[नमक]] मिला दीजिये। अब सारे दही बड़े नमकीन पानी में डाल दीजिये। तले हुए दही बड़ों को खाने से आधा घंटा पहले पानी में भिगोना चाहिए। आधा घंटे बाद दही बड़े पानी में भीगकर नरम हो जायेंगे। अब एक दही बड़ा पानी से निकालिये और हथेली से दबाकर अधिक पानी को निकाल दें और दूसरे बर्तन में रख दीजिये। इसके बाद [[दही]] को अच्ची तरह से मथ लीजिये और आधा चम्मच नमक मिला लीजिये। दही को बड़ों के ऊपर अच्छी पकार से डाल दीजिये और भुना हुआ जीरा छिड़क दीजिये। लाल मिर्च (यदि आप पसन्द करते हों) तो वह भी छिड़क दीजिये। | |||
अब दही बड़े पूरी तरह से तैयार हैं और हरे [[धनिया|धनिये]] से सजाकर इन्हें परोसना चाहिए। | |||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
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दही बड़ा
| |
देश | भारत |
धुली उरद की दाल | 250 ग्राम |
दही | 1 किलोग्राम |
नमक | स्वाद के अनुसार |
हींग | 1-2 छोटे से टुकड़े |
काजू (छोटे टुकड़ों में काटे हुए) | 1 चम्मच |
किशमिश | 1 चम्मच |
भुना हुआ जीरा | 1 चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | 1 छोटा चम्मच |
रिफ़ाइन्ड तेल | आवश्यकतानुसार |
उपकरण | गैस-चूल्हा, कड़ाही आदि। |
दही बड़ा खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। किसी त्यौहार या अन्य किसी अवसर पर जब तला हुआ भोजन खाकर तबियत तृप्त हो जाती है, तो उस समय दही बड़ा पेट के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है। ये पेट को ठीक रखता है और साथ ही पाचन शक्ति को भी बढ़ाता है। भारत में लगभग सभी विवाह समारोहों आदि में दही बड़ा बनाया जाता है।
आवश्यक सामग्री
दही बड़ा बनाते समय जिस सामग्री की आवश्यकता होती है, वह इस प्रकार है-
- धुली उरद की दाल - 250 ग्राम
- दही - 1 किलोग्राम
- नमक - स्वादानुसार
- हींग - 1-2 छोटे टुकड़े
- काजू - 1 चम्मच (छोटे टुकड़ों में काटा हुआ)
- किशमिश - 1 चम्मच
- भुना हुआ जीरा - 1 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर - 1 छोटी चम्मच
- रिफाइन्ड तेल - आवश्यकतानुसार
बनाने की विधि
सबसे पहले धुली उरद की दाल को धोकर दो घंटे के लिये पानी मे़ भिगो देना चाहिए। यदि दाल को रात में ही भिगोकर रख दिया जाये, तो बहुत अच्छा रहता है। अब दाल में से पानी निकाल दीजिये और हल्की सी दरदरी पीस लीजिये। दाल को एक बर्तन में लेकर और एक चम्मच पानी में हींग घोलकर दाल में अच्छी प्रकार से मिला दें। दाल को एक चोथाई छोटी चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह दाल नरम होने तक मिला लीजिये।
अब एक कढ़ाई में दही बड़े तलने के लिये तेल डालिये और गरम कीजिये। एक छोटी कटोरी लीजिये और उस पर एक साफ धुला हुआ कपड़ा ढककर पीछे की ओर से पकड़ लीजिये। कपड़े पर हाथ से थोड़ा-सा पानी लगाइये। अब उँगलियों के सहारे से थोड़ी-सी दाल निकालिये और कपड़े के ऊपर रखिये। दाल के ऊपर बीच में 2 काजू के टुकड़े और एक किशमिश डालिये। अब किशमिश काजू को चारो ओर दाल उठाकर बन्द कर दीजिये। दही बड़े को उँगलियों से दबाकर चपटा और गोल कर लीजिये। हल्के हाथ से उसे कपड़े से हटाकर कड़ाई में तलने के लिये डालिये।
4 या 5 दही बड़े एक बार में तलिये। जब दही बड़े भूरे रंग के से हो जायँ, तब उन्हें कड़ाई से निकालकर प्लेट में रख दीजिए। सारे दही बड़े इसी तरह से तलकर तैयार कर लीजिये। इसके बाद एक बरतन में एक लीटर साफ पानी लीजिये और हल्का गरम कर लीजिए। इसमें आधा छोटी चम्मच नमक मिला दीजिये। अब सारे दही बड़े नमकीन पानी में डाल दीजिये। तले हुए दही बड़ों को खाने से आधा घंटा पहले पानी में भिगोना चाहिए। आधा घंटे बाद दही बड़े पानी में भीगकर नरम हो जायेंगे। अब एक दही बड़ा पानी से निकालिये और हथेली से दबाकर अधिक पानी को निकाल दें और दूसरे बर्तन में रख दीजिये। इसके बाद दही को अच्ची तरह से मथ लीजिये और आधा चम्मच नमक मिला लीजिये। दही को बड़ों के ऊपर अच्छी पकार से डाल दीजिये और भुना हुआ जीरा छिड़क दीजिये। लाल मिर्च (यदि आप पसन्द करते हों) तो वह भी छिड़क दीजिये।
अब दही बड़े पूरी तरह से तैयार हैं और हरे धनिये से सजाकर इन्हें परोसना चाहिए।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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