अक्का महादेवी गुफ़ाएँ: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''अक्का महादेवी गुफ़ाएँ''' आंध्र प्रदेश में नल्लमाल...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
Line 6: Line 6:
*मुख्य गुफ़ा में कृत्रिम रूप से गठित एक चट्टानी मेहराब है, जिसे भौगोलिक चमत्कार माना जाता है। यह मेहराब लगभग 200x16x4 फीट का है और यह किसी प्रकार के सहारे पर नहीं खड़ा है।
*मुख्य गुफ़ा में कृत्रिम रूप से गठित एक चट्टानी मेहराब है, जिसे भौगोलिक चमत्कार माना जाता है। यह मेहराब लगभग 200x16x4 फीट का है और यह किसी प्रकार के सहारे पर नहीं खड़ा है।
*सैलानी गुफ़ा के अंदर जो निहित है, उससे अधिक मेहराब की ओर आकर्षित होते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि ये चट्टानें गुफ़ाओं का आकर्षण हैं, विशेषकर जब वे [[पृथ्वी]] पर जीवन के रूप में पुरानी साबित हो रही हैं।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/srisailam/attractions/akka-mahadevi-caves/|title= अक्का महादेवी गुफाएँ, श्रीशैल|accessmonthday= 19 दिसम्बर|accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref>
*सैलानी गुफ़ा के अंदर जो निहित है, उससे अधिक मेहराब की ओर आकर्षित होते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि ये चट्टानें गुफ़ाओं का आकर्षण हैं, विशेषकर जब वे [[पृथ्वी]] पर जीवन के रूप में पुरानी साबित हो रही हैं।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/srisailam/attractions/akka-mahadevi-caves/|title= अक्का महादेवी गुफाएँ, श्रीशैल|accessmonthday= 19 दिसम्बर|accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref>
*इन गुफ़ाओं की यात्रा अपने आप में एक ख़ास अनुभव है। यहाँ आगंतुकों को कृष्णा नदी से होकर गुजरना होगा।
*इन गुफ़ाओं की यात्रा अपने आप में एक ख़ास अनुभव है। यहाँ आगंतुकों को [[कृष्णा नदी]] से होकर गुजरना पड़ता है।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Latest revision as of 11:55, 26 April 2018

अक्का महादेवी गुफ़ाएँ आंध्र प्रदेश में नल्लमाला पर्वतमाला पर स्थित हैं। यह श्रीशैल से लगभग 10 कि.मी. की दूरी पर हैं। ये गुफ़ाएँ प्रागैतिहासिक काल से ही अस्तित्व में हैं, इस बात के पर्याप्त सबूत हैं।

  • इन गुफ़ाओं ने श्रीशैल शहर के इतिहास में प्रमुख भूमिका निभाई है। माना जाता है कि इन गुफ़ाओं को अपना नाम कर्नाटक की 12वीं सदी की प्रसिद्ध तत्त्वज्ञानी और गीतकार अक्का महादेवी के नाम से प्राप्त हुआ है।
  • यहाँ अक्का महादेवी तपस्या करती थीं। गुफ़ाओं के अंदर प्राकृतिक रूप में मौजूद शिवलिंग की पूजा अक्का महादेवी करती थीं।
  • अक्का महादेवी गुफ़ाएँ स्वाभाविक रूप से गठित गुफ़ाएँ हैं और कृष्णा नदी के प्रवाह के विपरीत दिशा में बहुत करीब स्थित हैं।
  • मुख्य गुफ़ा में कृत्रिम रूप से गठित एक चट्टानी मेहराब है, जिसे भौगोलिक चमत्कार माना जाता है। यह मेहराब लगभग 200x16x4 फीट का है और यह किसी प्रकार के सहारे पर नहीं खड़ा है।
  • सैलानी गुफ़ा के अंदर जो निहित है, उससे अधिक मेहराब की ओर आकर्षित होते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि ये चट्टानें गुफ़ाओं का आकर्षण हैं, विशेषकर जब वे पृथ्वी पर जीवन के रूप में पुरानी साबित हो रही हैं।[1]
  • इन गुफ़ाओं की यात्रा अपने आप में एक ख़ास अनुभव है। यहाँ आगंतुकों को कृष्णा नदी से होकर गुजरना पड़ता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अक्का महादेवी गुफाएँ, श्रीशैल (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2014।

संबंधित लेख