समापा
अशोक के धौली और जौगड़ शिलालेख में तोसली के साथ ही समापा का उल्लेख है। जान पड़ता है कि तोसली तो कलिंग की राजधानी थी और 'समापा' कलिंग का एक मुख्य स्थान था। यहाँ स्थित महामात्रों को कड़ी चेतावनी देकर अशोक ने उन लोगों के मुक्त करने का आदेश दिया था, जिन्हें इन प्रशासकों ने अकारण ही कारागार में डाल रखा था। समापा की स्थिति सम्भवत: ज़िला पुरी, उड़ीसा में थी।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ माथुर, विजयेंद्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण (हिंदी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, 936।