अंगण

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 13:28, 5 January 2020 by आशा चौधरी (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

अंगण - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अंङ्ण)[1]

1. घर के बीच का खुला हुआ भाग, आँगन, सहन, चौक, अजिर।

उदाहरण -

(क) 'संदेसे ही घर भरयउ कई अंगणि कई वार।'[2]

(ख) 'आबी द्वार तजे ग्रह अंगण।'[3]

विशेष - शुभाशुभ निश्चय के लिये इसके दो भेद माने गए हैं - एक 'सूर्यवेधी' जो पूर्व पश्चिम लंबा हो, दूसरा 'चंद्रवेधी' जिसकी लंबाई उत्तर दक्षिण हो। चंद्रवेधी आँगन अच्छा समझा जाता है।

2. यान, सवारी[4]

3. संचार, गमन[5]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 05 |
  2. ढोला मारू रा दूहा, 800
  3. राजपूताने का इतिहास, पृ. 15
  4. अन्य कोश
  5. अन्य कोश

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः