रानी धर्मा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
  • दक्षिण की परम्परा में अशोक की माता का नाम धर्मा आया है।
  • धर्मा को अग्रमहिषी (अग्ग-महेसी)[1] कहा गया है।
  • उसके परिवार के गुरु का नाम 'जनसान' था, जो कि 'आजीविक' साधु था। इससे इस बात का खुलासा हो जाता है कि अशोक आजीविकों को आश्रय क्यों देता था।
  • धर्मा का जन्म मोरियों के क्षत्रिय वंश में हुआ था।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महावंश टीका, अध्याय 4, पृ. 125
  2. 'मोरियवंसजा', महावंश टीका, अध्याय 4, पृ. 125 व महाबोधिवंश, पृ. 98

मुखर्जी, राधाकुमुद अशोक (हिंदी)। नई दिल्ली: मोतीलाल बनारसीदास, 2।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः