बैरन द्वीप: Difference between revisions

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'''बैरन द्वीप''' [[भारत]] का एकमात्र [[सक्रिय ज्वालामुखी]] है। यह पोर्ट ब्लेयर से 135 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस द्वीप की गोलाकार आकृति लगभग 3 कि.मी. है और यह [[ज्वालामुखी]] का एक बड़ा सृजक है, जो कि तट से करीब आधा कि.मी. पर है और लगभग 150 फेन्थम गहरा है । केवल बोट द्वारा ही यहाँ का दौरा करने की अनुमति प्राप्त है। बैरन द्वीप को पहले मृत ज्वालामुखी माना जाता था, किंतु 20वीं शताब्दी के अंत में यह सक्रिय हो गया था।
'''बैरन द्वीप''' [[भारत]] का एकमात्र [[सक्रिय ज्वालामुखी]] है। यह पोर्ट ब्लेयर से 135 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस द्वीप की गोलाकार आकृति लगभग 3 कि.मी. है और यह [[ज्वालामुखी]] का एक बड़ा सृजक है, जो कि तट से क़रीब आधा कि.मी. पर है और लगभग 150 फेन्थम गहरा है । केवल बोट द्वारा ही यहाँ का दौरा करने की अनुमति प्राप्त है। बैरन द्वीप को पहले मृत ज्वालामुखी माना जाता था, किंतु 20वीं शताब्दी के अंत में यह सक्रिय हो गया था।


*यह द्वीप [[बंगाल की खाड़ी]] में स्थित है।
*यह द्वीप [[बंगाल की खाड़ी]] में स्थित है।

Latest revision as of 14:15, 24 November 2012

thumb|250px|बैरन द्वीप, अण्डमान निकोबार द्वीप समूह बैरन द्वीप भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। यह पोर्ट ब्लेयर से 135 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस द्वीप की गोलाकार आकृति लगभग 3 कि.मी. है और यह ज्वालामुखी का एक बड़ा सृजक है, जो कि तट से क़रीब आधा कि.मी. पर है और लगभग 150 फेन्थम गहरा है । केवल बोट द्वारा ही यहाँ का दौरा करने की अनुमति प्राप्त है। बैरन द्वीप को पहले मृत ज्वालामुखी माना जाता था, किंतु 20वीं शताब्दी के अंत में यह सक्रिय हो गया था।

  • यह द्वीप बंगाल की खाड़ी में स्थित है।
  • इसका निर्माण लावा शंकु तथा राख के ढेर से हुआ है।
  • यह अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह में स्थित है।
  • क़रीब 180 साल शान्त रहने के बाद इसमें विस्फोट हुए थे।
  • ये विस्फोट 1991, 1994-95 और 2005 में हुए थे।
  • इस विस्फोट के दौरान इसमें से 2006 तक लगातार लावा निकलता रहा।
  • इसे वन विभाग की आज्ञा लेने के बाद ही देखा जा सकता है।


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