कर्णगढ़: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('{{पुनरीक्षण}} कर्णगढ़ भागलपुर<ref>(अंग देश की राजधानी, ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "पश्चात " to "पश्चात् ") |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
कर्णगढ़ [[भागलपुर]]<ref> | '''कर्णगढ़''' [[भागलपुर]]<ref>अंग देश की राजधानी, प्राचीन [[चंपा]]</ref> के निकट एक पहाड़ी है। कर्णगढ़ का नाम [[महाभारत]] के [[कर्ण]] से संबंधित है। कर्ण अंगदेश का राजा था। यह स्थान पूर्व-बौद्धकालीन है। महाभारत में [[भीम]] की पूर्व दिशा की दिग्विजय के प्रसंग में [[मगध]] के नगर गिरिव्रज के पश्चात् मोदागिरि या [[मुंगेर]] के पूर्व जिस स्थान पर भीम और कर्ण के युद्ध का वर्णन है वह निश्चयपूर्वक यही जान पड़ता है- | ||
'स कर्णं युधि निर्जित्य वशेकृत्वा च भारत, | <blockquote><poem>'स कर्णं युधि निर्जित्य वशेकृत्वा च भारत, | ||
ततो विजिग्ये बलवान् राज्ञ: पर्वतवासिन:।'<ref>[[सभा पर्व महाभारत]] 31,20</ref> | ततो विजिग्ये बलवान् राज्ञ: पर्वतवासिन:।'<ref>[[सभा पर्व महाभारत]] 31,20</ref></poem></blockquote> | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
Line 10: | Line 9: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{बिहार के ऐतिहासिक स्थान}} | |||
[[Category:बिहार]] | |||
[[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] | |||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
[[Category: | [[Category:महाभारत]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 07:41, 23 June 2017
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
कर्णगढ़ भागलपुर[1] के निकट एक पहाड़ी है। कर्णगढ़ का नाम महाभारत के कर्ण से संबंधित है। कर्ण अंगदेश का राजा था। यह स्थान पूर्व-बौद्धकालीन है। महाभारत में भीम की पूर्व दिशा की दिग्विजय के प्रसंग में मगध के नगर गिरिव्रज के पश्चात् मोदागिरि या मुंगेर के पूर्व जिस स्थान पर भीम और कर्ण के युद्ध का वर्णन है वह निश्चयपूर्वक यही जान पड़ता है-
'स कर्णं युधि निर्जित्य वशेकृत्वा च भारत,
ततो विजिग्ये बलवान् राज्ञ: पर्वतवासिन:।'[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अंग देश की राजधानी, प्राचीन चंपा
- ↑ सभा पर्व महाभारत 31,20