कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 230: Difference between revisions
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-यात्रा | -यात्रा | ||
-सेंट एंडूज में विवाह | -सेंट एंडूज में विवाह | ||
||[[के.जी. सुब्रह्मण्यम|के.जी सुब्रह्मण्यम]] के कार्यों की एक | ||[[के.जी. सुब्रह्मण्यम|के.जी सुब्रह्मण्यम]] के कार्यों की एक श्रृंखला है, जिसे 'सरस' कहते हैं। सरस वास्तव से [[बंगाल]] की लोक कला में व्याप्त कर्मकांडी/अनुष्ठानिक कला की एक [[शैली]] है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[के.जी. सुब्रह्मण्यम]] | ||
{[[नालंदा विश्वविद्यालय]] किस राज्य में स्थित है? | {[[नालंदा विश्वविद्यालय]] किस राज्य में स्थित है? | ||
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+[[रज़्मनामा]] | +[[रज़्मनामा]] | ||
-[[अनवर-ए-सुहैली]] | -[[अनवर-ए-सुहैली]] | ||
||'[[रज़्मनामा]]' ग्रंथ, हिंदू ग्रंथ [[महाभारत]] का | ||'[[रज़्मनामा]]' ग्रंथ, हिंदू ग्रंथ [[महाभारत]] का [[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]] अनुवाद [[अकबर]] के शासनकाल में किया गया। [[बदायूंनी, अब्दुल क़ादिर|मौलाना अब्दुल कादिर बदायूंनी]] ने 'महाभारत' का फ़ारसी में अनुवाद किया और उसका नाम '[[रज्मनामा]]' रखा। इसे पूरा करने में लगभग एक वर्ष लगा और 1582 ई. में पूर्ण किया गया। इसकी सचित्र प्रति बादशाह के लिए 1588 ई. में तैयार की गई थी, जिसकी तीन बड़ी सचित्र जिल्दें हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रज़्मनामा]] | ||
{[[नंदलाल बोस]] का नाम किस संस्था से जुड़ा है? | {[[नंदलाल बोस]] का नाम किस संस्था से जुड़ा है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सरकारी आर्ट कॉलेज, [[कलकत्ता]] | -सरकारी आर्ट कॉलेज, [[कलकत्ता]] | ||
-जे. जे. स्कूल | -जे. जे. स्कूल ऑफ़ आर्ट, [[बंबई]] | ||
-वनस्थली विद्यापीठ | -[[वनस्थली विद्यापीठ]] | ||
+[[ | +[[शान्ति निकेतन]] | ||
||[[नंदलाल बोस]] वर्ष [[1922]] में [[ | ||[[चित्र:Nandalal-Bose.jpg|right|border|100px|नंदलाल बोस]]'नंदलाल बोस' [[भारत]] के एक प्रसिद्ध चित्रकार थे। उन्होंने [[संविधान]] की मूल प्रति का डिजाइन बनाया था। उनके प्रसिद्ध चित्रों में 'डांडी मार्च', 'संथाली कन्या', 'सती का देह त्याग' इत्यादि शामिल हैं। वर्ष [[1922]] में [[शान्ति निकेतन]] में स्थापित विश्व भारती के कला भवन में [[नंदलाल बोस]] प्रधानाध्यापक नियुक्त किए गए थे। इससे पहले इसी कला भवन में उन्होंने शिक्षण कार्य किया था। नंदलाल बोस की दृष्टि उनको [[महात्मा गांधी]] के बहुत निकट लाई। कहा जाता है कि महात्मा गांधी के संपर्क में आने के बाद नंदलाल बोस की कला में एक नया मोड़ आया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नंदलाल बोस]] | ||
{[[अजंता]] में कितने प्रकार की रेखा शैली का प्रयोग किया गया है? | {[[अजंता]] में कितने प्रकार की रेखा शैली का प्रयोग किया गया है? | ||
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||रेखाओं द्वारा भाव प्रदर्शन [[अजंता की गुफा|अजंता गुफा]] की | ||रेखाओं द्वारा भाव प्रदर्शन [[अजंता की गुफा|अजंता गुफा]] की चित्र शैली की विशेषता है। [[अजंता]] की चित्रकला की अपनी [[शैली]] है, जो चित्रकला की अन्य शैलियों से भिन्न है। [[अजंता]] के चित्रों में रेखांकन का प्राधान्य है, जिसमें चित्रों की रूपरेखा भावमय एवं सप्राण है। अजंता में करीब 20 प्रकार की रेखा शैलियाँ प्रयुक्त हुई हैं। | ||
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सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
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