बिहार शरीफ़: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
m (Adding category Category:बिहार के पर्यटन स्थल (को हटा दिया गया हैं।)) |
m (Adding category Category:पर्यटन कोश (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
Line 28: | Line 28: | ||
[[Category:बिहार]][[Category:बिहार के नगर]][[Category:भारत के नगर]] | [[Category:बिहार]][[Category:बिहार के नगर]][[Category:भारत के नगर]] | ||
[[Category:बिहार के पर्यटन स्थल]] | [[Category:बिहार के पर्यटन स्थल]] | ||
[[Category:पर्यटन कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 06:15, 25 April 2011
बिहारशरीफ़ नगर, मध्य बिहार राज्य, पूर्वोत्तर भारत में, गंगा की सहायक नदी पैमार के पूर्व में स्थित है।
इतिहास
बिहारशरीफ़ 10वीं शताब्दी में पाल राजवंश की राजधानी रहा था। यहाँ पर पाँचवीं शताब्दी का गुप्त काल का एक स्तंभ है, और यहाँ मस्जिदें और मक़बरे हैं। बिहारशरीफ़ में एक विशाल बौद्ध बिहार (बौद्ध ग्यान प्रतिष्ठान) ओदंतपुरी है, जिस पर बिहार का नाम पड़ा है। 1869 में इसका नगरपालिका के रूप में गठन हुआ था। पटना से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित बिहारशरीफ़ प्राचीन काल में मगध की राजधानी था। यहाँ पर भगवान बुद्ध ने उपदेश दिए थे। इसके निकट ही यहाँ बौद्ध काल का प्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय था जहाँ दूर-दूर के देशों के लोग शिक्षा प्राप्त करने के लिए आया करते थे।
यातायात और परिवहन
बिहारशरीफ़ सड़क और रेलमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
उद्योग और व्यापार
यह शहर कृषि उत्पादों का व्यावसायिक केंद्र है।
शिक्षण संस्थान
बिहारशरीफ़ में बोध गया के मगध विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालय हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगण्ना के अनुसार बिहारशरीफ़ शहर की जनसंख्या 2,31,972 है।
पर्यटन
बिहारशरीफ़ एक पर्यटन स्थल भी है। बिहारशरीफ़ में देखने के लिए कई मस्जिदें और मक़बरे हैं। इनके समीप ही एक विशाल बौद्ध बिहार (बौद्ध ग्यान प्रतिष्ठान) ओदंतपुरी है।
|
|
|
|
|