हुष्कपुर: Difference between revisions
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[[कनिष्क]] के उत्तराधिकारी [[हुविष्क]] या हुष्क (111-138 ई.) का बसाया हुआ नगर था। इसकी स्थिति [[कश्मीर घाटी]] में स्थित [[बारामूला]] के गितिद्वार (दर्रे) के ठीक बाहर पश्चिम की ओर थी। उस काल में यह स्थान [[कश्मीर]] का पश्चिमी द्वार कहलाता था।<ref>देखें स्टाइन-राजतरंगिणी 5, 168-171 | [[कनिष्क]] के उत्तराधिकारी [[हुविष्क]] या हुष्क (111-138 ई.) का बसाया हुआ नगर था। इसकी स्थिति [[कश्मीर घाटी]] में स्थित [[बारामूला]] के गितिद्वार (दर्रे) के ठीक बाहर पश्चिम की ओर थी। उस काल में यह स्थान [[कश्मीर]] का पश्चिमी द्वार कहलाता था।<ref>देखें स्टाइन-राजतरंगिणी 5, 168-171</ref> चीनी यात्री [[हुएन-सांग]] हुष्कपुर के विहार में 631 ई. के लगभग पहुँचा था। वहा यहाँ कई दिन ठहरा था। विहार से वह नगर में भी गया था जहाँ उसने पाँच सहस्त्र भिक्षु देखें थे। बारामूला गिरिद्वार के निकट हुष्कपुर के खंडहर और एक छोटा सा [[उष्कूर]] नामक ग्राम जो हुष्कपुर का स्मारक है, स्थित हैं। उष्कपुर में एक प्राचीन [[स्तूप]] के चिह्न देखें जा सकते है। उष्कूर, हुष्कपुर का ही अपभ्रंश है। | ||
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कनिष्क के उत्तराधिकारी हुविष्क या हुष्क (111-138 ई.) का बसाया हुआ नगर था। इसकी स्थिति कश्मीर घाटी में स्थित बारामूला के गितिद्वार (दर्रे) के ठीक बाहर पश्चिम की ओर थी। उस काल में यह स्थान कश्मीर का पश्चिमी द्वार कहलाता था।[1] चीनी यात्री हुएन-सांग हुष्कपुर के विहार में 631 ई. के लगभग पहुँचा था। वहा यहाँ कई दिन ठहरा था। विहार से वह नगर में भी गया था जहाँ उसने पाँच सहस्त्र भिक्षु देखें थे। बारामूला गिरिद्वार के निकट हुष्कपुर के खंडहर और एक छोटा सा उष्कूर नामक ग्राम जो हुष्कपुर का स्मारक है, स्थित हैं। उष्कपुर में एक प्राचीन स्तूप के चिह्न देखें जा सकते है। उष्कूर, हुष्कपुर का ही अपभ्रंश है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ देखें स्टाइन-राजतरंगिणी 5, 168-171