अच्युत: Difference between revisions
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{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
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Latest revision as of 06:49, 10 August 2023
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- अच्युत (आर्यावर्त राजा)- आर्यावर्त के राजाओं में से एक।
- अच्युत (विष्णु)- भगवान विष्णु का एक नाम।
- अच्युत (जैन)- वैमानिक श्रेणी के कल्पभव देवताओं का एक भेद।
- अच्युत (पौधा)- एक पौधे का नाम
- अच्युत (पद्मरचना)- एक प्रकार की पद्मरचना
हिन्दी | अटल, जिसका नाश न हो, जिसने भूल या त्रुटि न की हो, विष्णु और उनके अवतारों का नाम, जैनियों के एक देवता। |
-व्याकरण | पुंल्लिग |
-उदाहरण | अपने स्थान या स्थिति से न गिरने या हटने वाले को अच्युत कहते हैं। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | विष्णु, शाश्वत |
संस्कृत | |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
अच्युत (विशेषण) [न. त.]
- 1. अपने स्वरूप से न गिरा हुआ, दृढ़, स्थिर, अचल, निर्विकार
- 2. स्थायी, अनवश्वर,-तः विष्णु, सर्वशक्तिमान् प्रभु- गच्छाम्यच्युतदर्शनेन-काव्य. 5 (यहां अ° का भी अर्थ है-दृढ़, जो वासनाओं का शिकार न हो)।
सम.-अग्रजः बलराम या इन्द्र,-अङ्गज:,-आत्मजः,-पुत्रः कामदेव, कृष्ण और रुक्मिणी का पुत्र,-आवासः,-वासः पीपल का वृक्ष।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 14 |