कालमाधव शक्तिपीठ

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हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आया। ये अत्यंत पावन तीर्थ कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। कालमाधव, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है।

  • कालमाधव में सती के "वाम नितम्ब का निपात" हुआ था।
  • यहाँ की सति 'काली' तथा शिव 'असितांग' हैं।
  • इसका निश्चित्त स्थान मालूम नहीं है।
  • तंत्र चूड़ामणि से मात्र नितम्ब निपात का एवं शक्ति तथा भैरव का पता लगता है-

'नितम्ब काल माधवे भैरवश्चसितांगश्च देवी काली सुसिद्धिदा'


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