कालमाधव शक्तिपीठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 07:42, 14 February 2012 by फ़िज़ा (talk | contribs) (Adding category Category:शक्तिपीठ (को हटा दिया गया हैं।))
Jump to navigation Jump to search

हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आया। ये अत्यंत पावन तीर्थ कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। कालमाधव, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है।

  • कालमाधव में सती के "वाम नितम्ब का निपात" हुआ था।
  • यहाँ की सति 'काली' तथा शिव 'असितांग' हैं।
  • इसका निश्चित्त स्थान मालूम नहीं है।
  • तंत्र चूड़ामणि से मात्र नितम्ब निपात का एवं शक्ति तथा भैरव का पता लगता है-

'नितम्ब काल माधवे भैरवश्चसितांगश्च देवी काली सुसिद्धिदा'


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध


टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः