राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद

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राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (अंग्रेज़ी: National Council of Science Museums) भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संगठन है। इस संगठन का मूल उद्देश्य विज्ञान संचार है। यह विज्ञान संचार के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है, जिसका मुख्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल में है।

  • रा.वि.सं.प. (राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद) को विज्ञान संग्रहालयों के मौजूदा और आगामी दोनों गतिविधियों के आकलन करने हेतु 1970 के प्रारंभ में संघ योजना आयोग द्वारा गठित कार्यदल सिफ़ारिश पर दिनांक 4 अप्रैल, 2014 को एक सोसाइटी के रूप में पंजीकृत किया गया था। कार्यदल ने राष्‍ट्रीय, राज्‍य और ज़िला स्‍तर पर देश के विभिन्‍न भागों में विज्ञान संग्रहालय/केन्‍द्र गठित करने के लिए सिफ़ारिश की है।
  • वर्तमान में 'राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद' भारत भर में फैले 25 विज्ञान संग्रहालय/केन्‍द्रों का प्रशासन और प्रबंधन करता है और यह विश्व में विज्ञान केन्‍द्र और संग्रहालय का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जो एक प्रशासनिक छत्र के अधीन कार्य करता है।
  • पिछले 35 वर्षों में परिषद ने 48 विज्ञान संग्रहालयों के राष्‍ट्रव्‍यापी बुनियादी ढांचे का विकास किया है।
  • 'राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद' एक सोसाइटी द्वारा प्रबंधित है, जिसके अध्‍यक्ष माननीय संस्‍कृति मंत्री होते हैं। यहाँ पदेन सदस्‍य और विशेषज्ञ सहित एक शासी निकाय भी है।
  • परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर जागरूकता पैदा करने, समाज में वैज्ञानिक सोच का विकास करने और देश के चारों ओर विज्ञान साक्षरता को बढ़ावा देने में कार्यरत है।
  • संगठन की आउटरीच गतिविधियाँ वर्ष भर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रक्रिया में समाज के सभी वर्गों को शामिल कर विज्ञान संस्‍कृति और नवाचार को विकसित करने की आकांक्षा रखता है।
  • 'राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद' विज्ञान केन्द्रों और संग्रहालयों का विश्व में सबसे बड़ा व्यवस्था-तंत्र है। ये विज्ञान केन्द्र प्रयोग आधारित शिक्षण परिवेश प्रदान करते हैं। प्रत्येक वर्ष 12.5 करोड़ आगंतुक, जिसमें लगभग 3.5 करोड़ विद्यार्थी होते हैं, इन विज्ञान केन्द्रों का दौरा करते हैं।


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