अंगिर - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्गिर्)[1]
एक ऋषि, जिन्होंने अथर्वण ऋषि से ब्रह्मविद्या प्राप्त की थी। अंगिरस् के गुरु सत्यवाह इनके शिष्य थे[2]।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑
हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 09 |
- ↑ अन्य कोश
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज