Difference between revisions of "रामायण सामान्य ज्ञान 74"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m ("रामायण सामान्य ज्ञान 74" सुरक्षित कर दिया ([संपादन=केवल प्रबन्धकों को अनुमति दें] (अनिश्चितकालीन) )
m (Text replacement - "सृष्टा" to "स्रष्टा")
 
Line 46: Line 46:
 
-[[शिव]]
 
-[[शिव]]
 
+[[ब्रह्मा]]
 
+[[ब्रह्मा]]
||[[चित्र:God-Brahma.jpg|right|100px|ब्रह्मा]]सर्वश्रेष्ठ पौराणिक त्रिदेवों में [[ब्रह्मा]], [[विष्णु]] एवं [[शिव]] की गणना होती है। इनमें 'ब्रह्मा' का नाम पहले आता है, क्योंकि वे विश्व के आद्य सृष्टा, प्रजापति, पितामह तथा हिरण्यगर्भ हैं। [[पुराण|पुराणों]] के अनुसार [[क्षीरसागर]] में शेषशायी [[विष्णु]] के नाभिकमल से ब्रह्मा की स्वयं उत्पत्ति हुई थी, इसलिए ये 'स्वयंभू' कहलाते हैं। सभी [[देवता]] ब्रह्माजी के पौत्र माने गये हैं, अत: वे पितामह के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। यूँ तो ब्रह्मा देवता, दानव तथा सभी जीवों के पितामह हैं, फिर भी वे विशेष रूप से [[धर्म]] के पक्षपाती हैं। इसलिये जब देवासुर संग्राम में पराजित होकर देवता ब्रह्मा के पास जाते हैं, तब वे धर्म की स्थापना के लिये विष्णु को [[अवतार]] लेने के लिये प्रेरित करते हैं। अत: भगवान विष्णु के प्राय: चौबीस अवतारों में ये ही निमित्त बनते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ब्रह्मा]]
+
||[[चित्र:God-Brahma.jpg|right|100px|ब्रह्मा]]सर्वश्रेष्ठ पौराणिक त्रिदेवों में [[ब्रह्मा]], [[विष्णु]] एवं [[शिव]] की गणना होती है। इनमें 'ब्रह्मा' का नाम पहले आता है, क्योंकि वे विश्व के आद्य स्रष्टा, प्रजापति, पितामह तथा हिरण्यगर्भ हैं। [[पुराण|पुराणों]] के अनुसार [[क्षीरसागर]] में शेषशायी [[विष्णु]] के नाभिकमल से ब्रह्मा की स्वयं उत्पत्ति हुई थी, इसलिए ये 'स्वयंभू' कहलाते हैं। सभी [[देवता]] ब्रह्माजी के पौत्र माने गये हैं, अत: वे पितामह के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। यूँ तो ब्रह्मा देवता, दानव तथा सभी जीवों के पितामह हैं, फिर भी वे विशेष रूप से [[धर्म]] के पक्षपाती हैं। इसलिये जब देवासुर संग्राम में पराजित होकर देवता ब्रह्मा के पास जाते हैं, तब वे धर्म की स्थापना के लिये विष्णु को [[अवतार]] लेने के लिये प्रेरित करते हैं। अत: भगवान विष्णु के प्राय: चौबीस अवतारों में ये ही निमित्त बनते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ब्रह्मा]]
  
 
</quiz>
 
</quiz>

Latest revision as of 07:28, 7 November 2017

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan

panne par jaean

1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126

1 "ravan mere paanv ko tumane jis prakar pak da hai, yadi aise hi shriram ke charan pak date to tumhara kalyan ho jata." ravan se yah kathan kisane kaha tha?

sugriv
hanuman
nil
aangad

2 nimn mean se kise lanka ka nirmanakarta mana jata hai?

vishvakarma
kuber
kamadev
varun

3 ravan ko nar v vanaroan ke atirikt kisi se bhi avadhy hone ka varadan kisane diya tha?

shiv
parvati
brahma
vishnu

4 hanuman ko kabhi bhi yuddh mean n thakane ka varadan kisase mila tha?

yam
varun
soory
indr

5 sumali namak rakshas ko ajeyata aur chir jivan ka varadan kisane diya tha?

indr
kuber
shiv
brahma

panne par jaean

1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126
samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan