Difference between revisions of "हिन्दी सामान्य ज्ञान 186"

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-[[कुम्भनदास]]
 
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||[[चित्र:Kabirdas.jpg|right|100px|कबीर]]'कबीर' का जन्म 1440 ई. में [[वाराणसी]] में हुआ था। ये सुल्तान [[सिकन्दरशाह लोदी]] के समकालीन थे। सूरत गोपाल इनका मुख्य शिष्य था। मध्यकालीन संतों में [[कबीरदास]] का साहित्यिक एवं ऐतिहासिक योगदान निःसन्देह अविस्मरणीय है। एक महान समाज सुधारक के रूप में उन्होंने समाज में व्याप्त हर तरह की बुराइयों के ख़िलाफ़ संघर्ष किया, जिनमें उन्हें काफ़ी हद तक सफलता भी मिली। कबीर ने [[राम]], रहीम, हज़रत, [[अल्लाह]], आदि को एक ही ईश्वर के अनेक रूप माना। उन्होंने जाति प्रथा, धार्मिक कर्मकाण्ड, बाहरी आडम्बर, मूर्तिपूजा, जप-तप, [[अवतारवाद]] आदि का घोर विरोध करते हुए '[[एकेश्वरवाद]]' में आस्था एवं निराकार ब्रह्मा की उपासना को महत्व दिया। कबीर ने ईश्वर प्राप्ति हेतु शुद्ध प्रेम, पवित्रता एवं निर्मल [[हृदय]] की आवश्यकता बताई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कबीर]]
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||[[चित्र:Kabirdas.jpg|right|100px|कबीर]]'कबीर' का जन्म 1440 ई. में [[वाराणसी]] में हुआ था। ये सुल्तान [[सिकन्दरशाह लोदी]] के समकालीन थे। सूरत गोपाल इनका मुख्य शिष्य था। मध्यकालीन संतों में [[कबीरदास]] का साहित्यिक एवं ऐतिहासिक योगदान निःसन्देह अविस्मरणीय है। एक महान् समाज सुधारक के रूप में उन्होंने समाज में व्याप्त हर तरह की बुराइयों के ख़िलाफ़ संघर्ष किया, जिनमें उन्हें काफ़ी हद तक सफलता भी मिली। कबीर ने [[राम]], रहीम, हज़रत, [[अल्लाह]], आदि को एक ही ईश्वर के अनेक रूप माना। उन्होंने जाति प्रथा, धार्मिक कर्मकाण्ड, बाहरी आडम्बर, मूर्तिपूजा, जप-तप, [[अवतारवाद]] आदि का घोर विरोध करते हुए '[[एकेश्वरवाद]]' में आस्था एवं निराकार ब्रह्मा की उपासना को महत्व दिया। कबीर ने ईश्वर प्राप्ति हेतु शुद्ध प्रेम, पवित्रता एवं निर्मल [[हृदय]] की आवश्यकता बताई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कबीर]]
  
 
{प्रथम सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता कौन थे?
 
{प्रथम सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता कौन थे?

Revision as of 07:32, 6 August 2017

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan


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  2. REDIRECTsaancha:nila band bhasha praangan, hindi bhasha

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1 nimn mean se bhaktikal ka ek kavi 'avataravad' aur 'moortipooja' ka virodhi tha. isake bavazood vah hinduoan ke janm-mrityu sambandhi siddhaant ko manata raha. vah kavi kaun tha?

jayasi
kabir
tulasidas
kumbhanadas

2 pratham soofi premakhyanak kavy ke rachayita kaun the?

noor muhammad
malik muhammad jayasi
mulla daood
kutaban

3 'jayasi -granthavali' ke sampadak ka nam hai?

d aau. vasudevasharan agraval
chandrabali pandey
d aau. bhagavatiprasad sianh
ramachandr shukl

4 doha chhand mean shriangari rachana prastut karane valoan mean hindi ke sarvadhik khyatilabdh kavi haian?

rahim
bihari
bhooshan
sooradas

5 'kanchan tan dhan baran bar rahayau rang mili rang. jani jati subas hi kesari laee aang॥' uparyukt panktiyaan kisaki haian?

rahim
tulasi
bihari
bhooshan

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