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- ...्मद उस्मान]], [[राज कुमार]], [[मनोज कुमार पांडेय]], [[सरोज ख़ान]], [[योगेश कुमार सभरवाल]], [[सुदर्शन अग्रवाल]]}} '''जन्म''' - [[सुशील कुमार (अभिनेता)|सुशील कुमार]], [[गुलज़ारीलाल नन्दा]], [[दक्षिणानी वेलायुधन]], [[नसीम बानो]], [[विमलेश क ...35 KB (399 words) - 03:33, 30 July 2024
- ...्मद उस्मान]], [[राज कुमार]], [[मनोज कुमार पांडेय]], [[सरोज ख़ान]], [[योगेश कुमार सभरवाल]], [[सुदर्शन अग्रवाल]]}} '''जन्म''' - [[सुशील कुमार (अभिनेता)|सुशील कुमार]], [[गुलज़ारीलाल नन्दा]], [[दक्षिणानी वेलायुधन]], [[नसीम बानो]], [[विमलेश क ...37 KB (411 words) - 09:22, 5 November 2022
- ...्मद उस्मान]], [[राज कुमार]], [[मनोज कुमार पांडेय]], [[सरोज ख़ान]], [[योगेश कुमार सभरवाल]], [[सुदर्शन अग्रवाल]]}} '''जन्म''' - [[सुशील कुमार (अभिनेता)|सुशील कुमार]], [[गुलज़ारीलाल नन्दा]], [[दक्षिणानी वेलायुधन]], [[नसीम बानो]], [[विमलेश क ...38 KB (414 words) - 07:07, 22 July 2023
- ...्मद उस्मान]], [[राज कुमार]], [[मनोज कुमार पांडेय]], [[सरोज ख़ान]], [[योगेश कुमार सभरवाल]], [[सुदर्शन अग्रवाल]]}} '''जन्म''' - [[सुशील कुमार (अभिनेता)|सुशील कुमार]], [[गुलज़ारीलाल नन्दा]], [[दक्षिणानी वेलायुधन]], [[नसीम बानो]], [[विमलेश क ...38 KB (406 words) - 05:31, 15 May 2025
- '''जन्म''' - [[कामिल बुल्के]], [[दुष्यंत कुमार]], [[ललई सिंह यादव]], [[हबीब तनवीर]], [[राही मासूम रज़ा]], [[भक्तिवेदान्त स '''जन्म''' - [[साधना (अभिनेत्री)|साधना]], [[टी. के. माधवन]], [[शांता कुमार]]<br /> ...38 KB (415 words) - 18:09, 29 July 2024
- '''जन्म''' - [[कामिल बुल्के]], [[दुष्यंत कुमार]], [[ललई सिंह यादव]], [[हबीब तनवीर]], [[राही मासूम रज़ा]], [[भक्तिवेदान्त स '''जन्म''' - [[साधना (अभिनेत्री)|साधना]], [[टी. के. माधवन]], [[शांता कुमार]]<br /> ...39 KB (419 words) - 06:51, 19 March 2025
- '''जन्म''' - [[कामिल बुल्के]], [[दुष्यंत कुमार]], [[ललई सिंह यादव]], [[हबीब तनवीर]], [[राही मासूम रज़ा]], [[भक्तिवेदान्त स '''जन्म''' - [[साधना (अभिनेत्री)|साधना]], [[टी. के. माधवन]], [[शांता कुमार]]<br /> ...40 KB (420 words) - 08:36, 10 April 2024
- '''जन्म''' - [[कामिल बुल्के]], [[दुष्यंत कुमार]], [[ललई सिंह यादव]], [[हबीब तनवीर]], [[राही मासूम रज़ा]], [[भक्तिवेदान्त स '''जन्म''' - [[किशन महाराज]], [[प्यारेलाल]], [[उत्तम कुमार]], [[कमलापति त्रिपाठी]], [[साक्षी मलिक]], [[जग्गी वासुदेव]], [[रोशन आरा बेग ...39 KB (423 words) - 12:33, 25 September 2022
- "हम उन नीच दुष्कर्मियों को कुम्भीपाकनरककी भयानक यातनाओं में अनंत काल तक रखेंगें पुत्री! तेरे साथ न्याय होगा..." ...देश की समस्या हो ऐसा नहीं है... अंग्रेज़ों को तो दुनिया की सबसे सभ्य जाति माना जाता है... इंग्लॅण्ड के राजकुमार प्रिंस ऑफ़ वेल्स चार्ल्स की शादी जब डायना ...26 KB (120 words) - 10:52, 11 February 2021
- भारतीय काव्य-शास्त्र के अनुसार काव्यलंबन नायक वह माना गया है जो त्याग भावना से भरा हो, महान् कार्यों का कर्ता हो, कुल का महान् ह #सामान्य। ...65 KB (445 words) - 05:14, 4 February 2021
- ...े पूर्णा और कुछ सोच न सकी, लंबी, ठंडी गहरी साँस खींच कर वह फर्श पर लेट गई, मानो यमराज को आने का निमंत्रण दे रही हो। हाँ भगवान! वैधव्य क्या कलंक का दूसरा न ...ी धारणा करते देर नहीं लगती, मानो कुवासना ही वैधव्य की स्वाभाविक वृत्ति है, मानो विधवा हो जाना मन की सारी दुर्वासनाओं, सारी दुर्बलताओं का उमड़ आना है। पूर् ...54 KB (243 words) - 10:52, 2 January 2018
- ...प्रकाशित होती हों (ग) मौलिक पुस्तकों का लेखन कार्य होता हो, वह भाषा विकसित मानी जायेगी। इस कसौटी पर हिन्दी बिल्कुल खरी उतरती है। हां, उन्होंने जो आगे की अ उस दृष्टि से अभी विकासशील और भविष्य में अनंत संभावनाएं निहित हैं। हाॅगेन ने विकसित भाषा के जो चार तत्व स्वीकार किये है, ...56 KB (74 words) - 10:37, 9 February 2021
- ...तु वह जिन गुणो की छाया है उन्हीं के अनुसार उनकी योग्यता भी होती है। ~ राम कुमार वर्मा * बुद्धिमान व्यक्ति अपने शत्रुओं से भी बहुत सी बातें सीखते हैं। ~ एरिस्टोफेनिज ...141 KB (122 words) - 10:04, 11 February 2021
- हिन्दी-साहित्य का भक्ति-युग (संवत् 1375 से 1700 वि0 तक) हिन्दी का स्वर्ण युग माना जाता है। इस युग में हिन्दी के अनेक महाकवियों –[[विद्यापति]], [[कबीर|कबीरदा ...करता है और संहार करता है। वह इस जगत् का शासक है। घट-घट व्यापी है। सर्वशक्तिमान है। वह सच्चिदानंद है। भक्त का एकमात्र लक्ष्य है भगवान और उसके प्रेम को प्रा ...100 KB (609 words) - 07:58, 7 November 2017
- * बुद्धिमानो की बुद्धिमता और बरसों का अनुभव सुभाषितों में संग्रह किया जा सकता है। ~ आई * प्रकृति ईश्वर का प्रकट रूप है, कला मानुषय का। ~ लांगफैलो ...116 KB (265 words) - 10:05, 11 February 2021
- ...दिया। ब्राह्मण धर्म ने बौद्धों और जैनियों की अहिंसा, तप त्याग की भावना को मान्यता दी, तो ईश्वर विरोधी बौद्ध कालांतर में बुद्ध को ही भगवान मानने लगे। महाय ...इस मत ने आगे चलकर अनेक रूप धारण किये। इस मत में शिव और शक्ति का बंधन अटूट माना जाता था। तांत्रिक मत के कारण इसमें पंच मकारों (मांस, मत्स्य, मद्य, मुद्रा, ...67 KB (41 words) - 10:47, 2 January 2018
- ...े पैरोकार थे और इसकी झलक उनकी रचनाओं में साफ़ झलकती है। लोक कल्याण हेतु ही मानो उनका समस्त जीवन था। कबीर को वास्तव में एक सच्चे विश्व - प्रेमी का अनुभव था ...े मुख से तत्काल `राम-राम' शब्द निकल पड़ा। उसी राम को कबीर ने दीक्षा-मन्त्र मान लिया और रामानन्द जी को अपना गुरु स्वीकार कर लिया। कबीर के ही शब्दों में- ...138 KB (668 words) - 10:47, 2 January 2018
- * सहयोग प्रेम की सामान्य अभिव्यक्ति के अलावा कुछ नहीं है। ~ रामतीर्थ * जिसने ज्ञान को आचरण मे उतार लिया, उसने ईश्वर को ही मूर्तिमान कर लिया। ~ विनोबा भावे ...160 KB (154 words) - 10:02, 9 February 2021
- * मूर्ख मनुष्य क्रोध को जोर-शोर से प्रकट करता है, किंतु बुद्धिमान शांति से उसे वश में करता है। ~ बाइबिल ...े स्तर पर देखता है, कुछ परिस्थितियों में वह खुद की पूजा करता है, मनुष्य यह मान लेता कि यह पूरा विश्व ख़ूबसूरती से भरा हुआ है यह भूल जाता है कि जो सुंदरता ...236 KB (274 words) - 08:25, 10 February 2021
- * जब दुनिया यह कहती है कि हार मान लो, तो आशा धीरे से कान में कहती है कि एक बार फिर से प्रयास करो। - अज्ञात * स्व प्रेरित होकर कार्य करना किसी बुद्धिमान व्यक्ति का सबसे मज़बूत गुण होता है। - अज्ञात ...219 KB (724 words) - 13:55, 9 May 2021