पिछोला झील: Difference between revisions
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*जग मन्दिर महल में ही [[1857]] ई. में राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान महाराणा स्वरूप ने नीमच की छावनी से भागकर आए 40 अंग्रेज़ों को शरण देकर क्रांन्तिकारियों से बचाया था। | *जग मन्दिर महल में ही [[1857]] ई. में राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान महाराणा स्वरूप ने नीमच की छावनी से भागकर आए 40 अंग्रेज़ों को शरण देकर क्रांन्तिकारियों से बचाया था। | ||
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*मेवाड़ की राजनगरी उदयपुर के राज प्रसादों की दीवारों से पिछोला झील की टकराती लहरों का आनंद ही अलग है। झील अरावली पर्वत श्रेणियों के बीच निर्मित है। | *मेवाड़ की राजनगरी उदयपुर के राज प्रसादों की दीवारों से पिछोला झील की टकराती लहरों का आनंद ही अलग है। झील अरावली पर्वत श्रेणियों के बीच निर्मित है। | ||
*पिछोला झील चार कि.मी. लम्बी तथा तीन कि.मी. चौड़ी है। इस पर बड़ा पोल नामक मनोहारी बांध बड़ा आकर्षक है। | *पिछोला झील चार कि.मी. लम्बी तथा तीन कि.मी. चौड़ी है। इस पर बड़ा पोल नामक मनोहारी बांध बड़ा आकर्षक है। |
Latest revision as of 13:50, 30 June 2017
पिछोला झील
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नाम | पिछोला झील |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
नगर/ज़िला | उदयपुर |
निर्देशांक | उत्तर - 24.572° ; पूर्व - 73.679° |
अधिकतम लंबाई | 4 किमी (लगभग) |
अधिकतम गहराई | 8.5 मीटर (लगभग) |
अधिकतम चौड़ाई | 3 किमी (लगभग) |
गूगल मानचित्र | गूगल मानचित्र |
निर्माता | राणा लाखा |
निर्माण काल | 14वीं शताब्दी |
अद्यतन | 15:46, 8 जनवरी 2012 (IST)
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पिछोला अथवा पिछौला झील राजस्थान राज्य के उदयपुर शहर की सबसे प्रसिद्ध झील है और यह सबसे सुन्दरतम है। इसके बीच में जग मन्दिर और जग निवास महल हैं, जिनका प्रतिबिम्ब झील में पड़ता है।
- इस झील का निर्माण 14वीं शताब्दी के अन्त में राणा लाखा के शासनकाल में एक बंजारे ने कराया था और बाद में राजा उदयसिंह ने इसे ठीक कराया।
[[चित्र:Pichola-Lake-4.jpg|thumb|200px|left|पिछोला झील, उदयपुर]] [[चित्र:Pichola-Lake.jpg|thumb|200px|left|पिछोला झील, उदयपुर]]
- बादशाह बनने से पहले शाहजहाँ भी इस झील के महलों में आकर ठहरा था।
- इस झील में स्थित दो टापुओं पर 'जग मंदिर' और 'जग निवास' दो सुंदर महल बने हैं। अब इन महलों को एक पंच-सितारा होटल (लेक पैलेस होटल) में बदल दिया गया है, जिसे राजस्थान, उदयपुर के भूतपूर्व राणा भगवन्त सिंह चलाते हैं।
- 14वीं सदी में इस मीठे पानी की झील का निर्माण राणा लाखा के समय एक 'पिच्छू' नामक बंजारे ने अपने बैल की स्मृति में करवाया था।
- मुग़ल शासक शाहजहाँ ने अपने पिता जहाँगीर से विद्रोह के समय यहीं जग निवास में शरण ली थी। वर्तमान में इसे पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- झील के समीप 'गलकी नटणी' का चबूतरा बना हुआ है।
- इस झील के किनारे 'राजमहल/सिटी पैलेस' है।
- सीसाराम व बुझडा नदियां इस झील को जलापूर्ति करती हैं।
- जग मन्दिर महल में ही 1857 ई. में राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान महाराणा स्वरूप ने नीमच की छावनी से भागकर आए 40 अंग्रेज़ों को शरण देकर क्रांन्तिकारियों से बचाया था।
- जग निवास महल का निर्माण महाराणा जगत् सिंह ने 1746 ई. में करवाया था।[1]
- मेवाड़ की राजनगरी उदयपुर के राज प्रसादों की दीवारों से पिछोला झील की टकराती लहरों का आनंद ही अलग है। झील अरावली पर्वत श्रेणियों के बीच निर्मित है।
- पिछोला झील चार कि.मी. लम्बी तथा तीन कि.मी. चौड़ी है। इस पर बड़ा पोल नामक मनोहारी बांध बड़ा आकर्षक है।
- झील के पूर्वी किनारे पर खड़ा हुआ सिटी पैलेस तथा दक्षिणी उद्यान झील के कारण ही शोभनीय है।
- उत्तर की ओर स्नान घाट और झील के पार्श्व में घूमने का स्थल मन को सम्मोहित कर देता है।
- राजस्थान का सबसे बड़ा राज प्रसाद इस पिछोला झील के किनारे स्थित है।
- सुरम्य घाटियों से घिरी पिछोला झील उदयपुर का अत्यन्त लुभावना स्थान बन गई है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ (हिन्दी) rajasthangyan.com। अभिगमन तिथि: 10 फ़रवरी, 2017।
- ↑ पिछोला झील (हिन्दी) hindi.indiawaterportal.org। अभिगमन तिथि: 10 फ़रवरी, 2017।