सर्वतोभद्र: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
एक के ऊपर एक कई मंज़िल वाले राजघर को सर्वतोभद्र कहा जाता है। सर्वतोभद्र [[राजगृह (वास्तु)|राजगृह]] का एक भेद है। [[वास्तु शास्त्र]] में चारों ओर भवन, द्वार तथा बरामदों से युक्त भवन को सर्वतोभद्र कहा जाता है। | |||
एक के ऊपर एक कई | |||
{{इन्हेंभीदेखें|वास्तु शास्त्र}} | {{इन्हेंभीदेखें|वास्तु शास्त्र}} | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | |||
{{वास्तु शास्त्र}} | |||
[[Category:वास्तु शास्त्र]][[Category:वास्तुकला]] | |||
[[Category:वास्तु एवं भवन निर्माण विज्ञान]] | [[Category:वास्तु एवं भवन निर्माण विज्ञान]] | ||
[[Category: | [[Category:स्थापत्य कला]] | ||
[[Category:कला कोश]] | [[Category:कला कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 14:26, 2 January 2015
एक के ऊपर एक कई मंज़िल वाले राजघर को सर्वतोभद्र कहा जाता है। सर्वतोभद्र राजगृह का एक भेद है। वास्तु शास्त्र में चारों ओर भवन, द्वार तथा बरामदों से युक्त भवन को सर्वतोभद्र कहा जाता है।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|