रामगिरि, छत्तीसगढ़: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''रामगिरि''' छत्तीसगढ़ के [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा ज़िल...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=रामगिरि|लेख का नाम=रामगिरि (बहुविकल्पी)}} | |||
'''रामगिरि''' [[छत्तीसगढ़]] के [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा ज़िले]]<ref>भूतपूर्व सरगुजा रियासत, [[मध्य प्रदेश]]</ref> में लक्ष्मणपुर से 12 मील की दूरी पर स्थित एक पहाड़ी है, जिसे 'रामगढ़' कहा जाता है। | '''रामगिरि''' [[छत्तीसगढ़]] के [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा ज़िले]]<ref>भूतपूर्व सरगुजा रियासत, [[मध्य प्रदेश]]</ref> में लक्ष्मणपुर से 12 मील की दूरी पर स्थित एक पहाड़ी है, जिसे 'रामगढ़' कहा जाता है। | ||
*इस पहाड़ी की गुफ़ाओं में अनेक भित्तिचित्र प्राप्त हुए हैं। | *इस पहाड़ी की गुफ़ाओं में अनेक भित्तिचित्र प्राप्त हुए हैं। | ||
*एक गुफ़ा में [[ब्राह्मी लिपि|ब्राह्मी]] [[अभिलेख]] भी मिला है, जिससे इसका निर्माण काल डॉ. ब्लाख के मत से तीसरी शती ई. पू. जान पड़ता है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या= | *एक गुफ़ा में [[ब्राह्मी लिपि|ब्राह्मी]] [[अभिलेख]] भी मिला है, जिससे इसका निर्माण काल डॉ. ब्लाख के मत से तीसरी शती ई. पू. जान पड़ता है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=788|url=}}</ref> | ||
*कहा जाता है कि इसी स्थान पर 'उग्रादित्याचार्य' ने अपने वैद्यक ग्रंथ 'कल्याणकारक' की रचना की थी। इसमें शायद इन्हीं अलंकृत चैत्य गुहाओं का उल्लेख है। | *कहा जाता है कि इसी स्थान पर 'उग्रादित्याचार्य' ने अपने वैद्यक ग्रंथ 'कल्याणकारक' की रचना की थी। इसमें शायद इन्हीं अलंकृत चैत्य गुहाओं का उल्लेख है। | ||
*कुछ लोगों के मत में [[कालीदास]] के '[[मेघदूत]]' की रामगिरि यही है। | *कुछ लोगों के मत में [[कालीदास]] के '[[मेघदूत]]' की रामगिरि यही है। |
Latest revision as of 12:00, 14 January 2015
चित्र:Disamb2.jpg रामगिरि | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- रामगिरि (बहुविकल्पी) |
रामगिरि छत्तीसगढ़ के सरगुजा ज़िले[1] में लक्ष्मणपुर से 12 मील की दूरी पर स्थित एक पहाड़ी है, जिसे 'रामगढ़' कहा जाता है।
- इस पहाड़ी की गुफ़ाओं में अनेक भित्तिचित्र प्राप्त हुए हैं।
- एक गुफ़ा में ब्राह्मी अभिलेख भी मिला है, जिससे इसका निर्माण काल डॉ. ब्लाख के मत से तीसरी शती ई. पू. जान पड़ता है।[2]
- कहा जाता है कि इसी स्थान पर 'उग्रादित्याचार्य' ने अपने वैद्यक ग्रंथ 'कल्याणकारक' की रचना की थी। इसमें शायद इन्हीं अलंकृत चैत्य गुहाओं का उल्लेख है।
- कुछ लोगों के मत में कालीदास के 'मेघदूत' की रामगिरि यही है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भूतपूर्व सरगुजा रियासत, मध्य प्रदेश
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 788 |