अंगज (शब्द संदर्भ): Difference between revisions
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4. काम, क्रोध आदि विकार। | |||
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चित्र:Disamb2.jpg अंगज | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अंगज (बहुविकल्पी) |
अंगज - विशेषण (संस्कृत अंङ्ज)[1]
शरीर से उत्पन्न, तन से पैदा।
- उदाहरण - "कु अंगजों की बहु कष्टदायिता बता रही थी जो नेत्रवान को।"[2]
अंगज - संज्ञा पुल्लिंग (स्त्रीलिंग अंङ्जा)
1. पुत्र, बेटा, लड़का।
- उदाहरण - "कृष्ण गेह कै काम, काम अंगज जनु अनुराध।"[3]
2. पसीना।
3. बाल, केश, रोम।
4. काम, क्रोध आदि विकार।
5. साहित्य में स्त्रियों के यौवन संबंधी जो सात्विक विकार हैं, उनमें हाव, भाव और हेला- ये तीन 'अंगज' कहलाते हैं। कायिक।
6. कामदेव।
7. मद।
8. रोग।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 05 |
- ↑ प्रियप्रवास, पृ. 103
- ↑ पृथ्वीराजरासो, पृ. 1।727
- ↑ अन्य कोश