जैनुल अबादीन: Difference between revisions
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Revision as of 11:07, 1 April 2012
जैनुल अबादीन अलीशाह का भाई और कश्मीर का सुल्तान था। सभी धर्मों के प्रति सहिष्णुता का भाव रखने व अपने अच्छे कार्यों के कारण ही उसे 'कश्मीर का अकबर' कहा जाता है। अपने शासन के दौरान इसने हिन्दुओं को पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान की थी। जैनुल अबादीन ने हिन्दुओं के टूटे हुए मंदिरों का पुनर्निर्माण, गायों की सुरक्षा और सती होने पर लगे प्रतिबन्ध को हटाया।
- जैनुल अबादीन ने शवदाह कर एवं जज़िया कर हटाने के आदेश दिए।
- उसने मुसलमान बने हिन्दुओं को पुनः हिन्दू बनने एवं कश्मीर छोड़कर बाहर गये हिन्दुओं को पुनः कश्मीर में बसने का अधिकार दिया।
- आबदीन फ़ारसी, कश्मीरी, संस्कृत, तिब्बती आदि भाषाओं का ज्ञाता था।
- उसने ‘महाभारत’ और ‘राजतरंगिणी’ कृतियों का फ़ारसी भाषा में अनुवाद करवाया था।
- अनेक विद्वानों को उसके दरबार में संरक्षण प्राप्त था।
- आबदीन ने वुलर झील में 'जैनालंका' नामक एक कृत्रिम द्वीप का निर्माण करवाया।
- उसने समरकन्द में काग़ज़ बनाने का कार्य प्रारम्भ करवाया था।
- अबादीन ने अपने काल में अनेक जनप्रिय कार्य किए थे। अपने इन्हीं कार्यों के कारण उसे 'कश्मीर का अकबर' कहा जाता है।
- मूल्य नियंत्रण की पद्धति चलाने के कारण ही उसे 'कश्मीर का अलाउद्दीन ख़िलजी' भी कहा गया है।
- अबादीन की 1470 ई. में मृत्यु हो गई। वह कश्मीरी, फ़ारसी, अरबी और संस्कृत भाषाओं का विद्वान था।
- वह 'कुतुब उपनाम' से फ़ारसी में कविताएँ लिखा करता था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ