कुर्नूल: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - " सदी " to " सदी ") |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
कुर्नूल नगर | [[चित्र:Kurnool-Fort.jpg|thumb|कुर्नूल क़िला]] | ||
'''कुर्नूल''' नगर [[दक्षिण भारत]] की [[तुंगभद्रा नदी|तुंगभद्रा]] और हांद्री नदियों के तट पर स्थित है, जिसका प्राचीन नाम [[कुरुनूल]] और [[कनडेलावोलु]] है। | |||
==इतिहास== | ==इतिहास== | ||
इस नगर को 11वीं [[सदी]] में बसाया गया था। प्राचीन समय में यहाँ हीरे की खाने थीं। [[विजयनगर साम्राज्य]] के अंतर्गत रहने के पश्चात इस नगर का पतन होने पर गोपालराय का यहाँ कुछ दिन आधिपत्य रहा। | इस नगर को 11वीं [[सदी]] में बसाया गया था। प्राचीन समय में यहाँ हीरे की खाने थीं। [[विजयनगर साम्राज्य]] के अंतर्गत रहने के पश्चात इस नगर का पतन होने पर गोपालराय का यहाँ कुछ दिन आधिपत्य रहा। | ||
[[बीजापुर]] के सुल्तान के काल में यहाँ के अनेक मंदिर तोड़ दिये गये तथा उनके स्थान पर मस्जिदें बनवाई गयीं। बीजापुर के सुल्तान के शासन काल में [[शिवाजी]] ने इस इलाके से चौथे वसूली की। [[औरंगज़ेब]] के समय कुर्नूल पर [[मुग़ल|मुग़लों]] का अधिकार हो गया था, लेकिन बाद में निज़ाम हैदराबाद ने कुर्नूल को अपने राज्य में सम्मिलित कर लिया था। | |||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार= | |आधार= | ||
Line 12: | Line 13: | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
Line 18: | Line 19: | ||
{{आंध्र प्रदेश के नगर}} | {{आंध्र प्रदेश के नगर}} | ||
{{आंध्र प्रदेश के पर्यटन स्थल}} | {{आंध्र प्रदेश के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:आंध्र प्रदेश]] | [[Category:आंध्र प्रदेश]] | ||
[[Category:आंध्र प्रदेश के नगर]] | [[Category:आंध्र प्रदेश के नगर]] | ||
[[Category:भारत के नगर]] | |||
__INDEX__ |
Revision as of 09:31, 2 July 2012
thumb|कुर्नूल क़िला कुर्नूल नगर दक्षिण भारत की तुंगभद्रा और हांद्री नदियों के तट पर स्थित है, जिसका प्राचीन नाम कुरुनूल और कनडेलावोलु है।
इतिहास
इस नगर को 11वीं सदी में बसाया गया था। प्राचीन समय में यहाँ हीरे की खाने थीं। विजयनगर साम्राज्य के अंतर्गत रहने के पश्चात इस नगर का पतन होने पर गोपालराय का यहाँ कुछ दिन आधिपत्य रहा।
बीजापुर के सुल्तान के काल में यहाँ के अनेक मंदिर तोड़ दिये गये तथा उनके स्थान पर मस्जिदें बनवाई गयीं। बीजापुर के सुल्तान के शासन काल में शिवाजी ने इस इलाके से चौथे वसूली की। औरंगज़ेब के समय कुर्नूल पर मुग़लों का अधिकार हो गया था, लेकिन बाद में निज़ाम हैदराबाद ने कुर्नूल को अपने राज्य में सम्मिलित कर लिया था।
|
|
|
|
|