User:रविन्द्र प्रसाद/2: Difference between revisions
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-उनका आनुभाविक सत्यापन हो जाता है | -उनका आनुभाविक सत्यापन हो जाता है | ||
{ | {मैक्समूलर ने किस सिद्धांत का प्रतिपादन किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मानवतावाद | -मानवतावाद | ||
Line 61: | Line 61: | ||
-कंधे से कंधे का सम्बन्ध | -कंधे से कंधे का सम्बन्ध | ||
{ | {लोक नगरीय अतं:सबंधों के प्रक्रम में उच्च संस्कृतिनिष्ठ कुछ तत्त्व किसी एक या किसी अन्य लघु परंपरा का अंग बनने के लिए नीचे तक छनकर किसी स्थानीय संदर्भ में जुड़ जाते हैं। एस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-636;प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सांस्कृतिकरण | -सांस्कृतिकरण | ||
Line 81: | Line 81: | ||
-राजनीतिक दल | -राजनीतिक दल | ||
-एक नगर | -एक नगर | ||
- | -मज़दूर यूनियन | ||
+कक्षा में विद्यार्थी | +कक्षा में विद्यार्थी | ||
Line 89: | Line 89: | ||
+अपराधी को दण्ड अवश्य मिलना चाहिए | +अपराधी को दण्ड अवश्य मिलना चाहिए | ||
-सभी नागरिक समान अधिकार रखते हैं | -सभी नागरिक समान अधिकार रखते हैं | ||
-एक पत्नी प्रथा [[विवाह]] के स्वरूप में सबसे सामान्यत: अधिक | -एक पत्नी प्रथा [[विवाह]] के स्वरूप में सबसे सामान्यत: अधिक स्वीकृती रखती है | ||
{जादू के दो प्रकारों 'अनुकरणात्मक' तथा 'संकात्मक' का विभेदीकरण किसने किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-25 | {जादू के दो प्रकारों 'अनुकरणात्मक' तथा 'संकात्मक' का विभेदीकरण किसने किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-25 | ||
Line 98: | Line 98: | ||
+फ़्रेजर | +फ़्रेजर | ||
{सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख लक्षण हैं(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-594;प्रश्न-2 | {सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख लक्षण हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-594;प्रश्न-2 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[गति]] का तुलनात्मक होना | -[[गति]] का तुलनात्मक होना | ||
Line 156: | Line 156: | ||
+सहयोग की भावना | +सहयोग की भावना | ||
{ | {[[मध्य प्रदेश]] में कौन-सी जनजाति अधिक साक्षर है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-568;प्रश्न- 15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[भील]] | |||
-भीलाला | |||
- | -[[गोंड जनजाति|गोंड]] | ||
- | -[[कोरकू जनजाति|कोरकू]] | ||
{'जादू' क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-26 | {'जादू' क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-26 | ||
Line 170: | Line 170: | ||
-श्रेष्ठ मानव में विश्वास | -श्रेष्ठ मानव में विश्वास | ||
{निम्न में से कौन सांस्कृतिक परिवर्तन के चक्रीय सिद्धांत के समर्थक | {निम्न में से कौन सांस्कृतिक परिवर्तन के चक्रीय सिद्धांत के समर्थक नहीं हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-594;प्रश्न-3 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सोरोकिन | -सोरोकिन | ||
Line 205: | Line 205: | ||
-स्माल | -स्माल | ||
{'मेहर' का भुगतान किसे करना पड़ता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-636;प्रश्न-3 | {[[विवाह]] के समय 'मेहर' का भुगतान किसे करना पड़ता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-636;प्रश्न-3 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वर के पिता द्वारा वधू के [[माता]]-[[पिता]] को | -वर के पिता द्वारा वधू के [[माता]]-[[पिता]] को | ||
Line 242: | Line 242: | ||
-रीति रिवाज | -रीति रिवाज | ||
{सामाजिक परिवर्तन के लिए जैविकीय कारणों को किसने | {सामाजिक परिवर्तन के लिए जैविकीय कारणों को किसने महत्त्वपूर्ण माना है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-डेविस | -डेविस | ||
Line 262: | Line 262: | ||
-वेबलेन | -वेबलेन | ||
-कार्ल मार्क्स | -कार्ल मार्क्स | ||
{"औद्योगिक समाजों में कृषक समाजों की अपेक्षा कम असमताएँ पाई जाती हैं।" यह मत किसका है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-636;प्रश्न-4 | |||
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-श्रीनिवास | |||
-कार्ल मार्क्स | |||
-वेबर | |||
+बेल | |||
{[[धर्म]] में 'पवित्र' तथा 'अपवित्र' की अवधारणा किसने दी?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-10 | {[[धर्म]] में 'पवित्र' तथा 'अपवित्र' की अवधारणा किसने दी?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-10 | ||
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|type="()"} | |type="()"} | ||
-नन्बूदरी (मालाबार) | -नन्बूदरी (मालाबार) | ||
-मुण्डा (छोटा नागपुर) | -[[मुण्डा]] ([[छोटा नागपुर]]) | ||
-अंगामी नागा ([[असम]]) | -[[अंगामी|अंगामी नागा]] ([[असम]]) | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{"ग्रामीण समाजशास्त्र का मूल कार्य ग्रामीण समाज के विकास के नियमों को खोज निकालना है।" यह परिभाषा किस विद्वान ने दी है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-4 | {"ग्रामीण समाजशास्त्र का मूल कार्य ग्रामीण समाज के विकास के नियमों को खोज निकालना है।" यह परिभाषा किस विद्वान ने दी है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-4 | ||
Line 307: | Line 307: | ||
+आवारागर्दी | +आवारागर्दी | ||
{सामाजिक प्रक्रिया के निर्माण के प्रमुख हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-28 | {सामाजिक प्रक्रिया के निर्माण के प्रमुख तत्त्व हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-28 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सामाजिक सम्बन्ध | -सामाजिक सम्बन्ध | ||
Line 335: | Line 335: | ||
-पर्दापालन | -पर्दापालन | ||
{'बहुपत्नी विवाह' का प्रमुख कारण क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-11 | {'[[बहुपत्नी विवाह]]' का प्रमुख कारण क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-626;प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+अधिक स्त्री, कम पुरुष | +अधिक स्त्री, कम पुरुष | ||
Line 349: | Line 349: | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{समान रक्त या एक ही वास्तविक, काल्पनिक वंश परम्परा पर आधारित सम्बन्ध कहलाते हैं-(समाजशास्त्र,बी.ए.प्रथम वर्ष;पृ.सं.-118'प्रश्न-2 | {समान [[रक्त]] या एक ही वास्तविक, काल्पनिक वंश परम्परा पर आधारित सम्बन्ध कहलाते हैं-(समाजशास्त्र,बी.ए.प्रथम वर्ष;पृ.सं.-118'प्रश्न-2 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विवाह जन्म सम्बन्ध | -[[विवाह]] जन्म सम्बन्ध | ||
+समरक्तता | +समरक्तता | ||
-सगोत्रता | -सगोत्रता | ||
Line 361: | Line 361: | ||
-गतिशीलता | -गतिशीलता | ||
-ऋणग्रस्तता | -ऋणग्रस्तता | ||
- | -मुक़दमेबाज़ी | ||
Line 379: | Line 379: | ||
-दादी | -दादी | ||
{"विभिन्न शक्तियों या समूह द्वारा किसी सामान्य उद्देश्य के लिए मिलकर कार्य करना सहयोग है।" यह परिभाषा किसने | {"विभिन्न शक्तियों या समूह द्वारा किसी सामान्य उद्देश्य के लिए मिलकर कार्य करना सहयोग है।" यह परिभाषा किसने दी है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-29 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लुण्डवर्ग | -लुण्डवर्ग | ||
Line 385: | Line 385: | ||
-फ़ेयर चाइल्ड | -फ़ेयर चाइल्ड | ||
-ग्रीन | -ग्रीन | ||
{एक क़स्बा जो कि पृष्ठ प्रदेश की पूर्ति करता है और बदले में जिसकी पूर्ति पृष्ठ प्रदेश द्वारा की जाती है, क्या कहलाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-17 | {एक क़स्बा जो कि पृष्ठ प्रदेश की पूर्ति करता है और बदले में जिसकी पूर्ति पृष्ठ प्रदेश द्वारा की जाती है, क्या कहलाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-17 | ||
Line 400: | Line 393: | ||
+केन्द्रीय स्थान | +केन्द्रीय स्थान | ||
{[[भारत]] में [[छत्तीसगढ़]] की कमार जनजाति का अध्ययन सर्वप्रथम किसने किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-27 | {[[भारत]] में [[छत्तीसगढ़]] की [[कमार|कमार जनजाति]] का अध्ययन सर्वप्रथम किसने किया था?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-596;प्रश्न-27 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-डी. एन. मजूमदार | -डी. एन. मजूमदार | ||
Line 427: | Line 420: | ||
-सदस्यता की प्रकृति | -सदस्यता की प्रकृति | ||
-आकार | -आकार | ||
{"सामाजिक परिवर्तन का संपूर्ण इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास है।" यह किसने कहा है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-595;प्रश्न-6 | |||
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-डार्विन | |||
-कार्ल मार्क्स | |||
-काम्टे | |||
+स्पेंसर | |||
{'नगरीयवाद' का क्या अर्थ है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-6 | {'नगरीयवाद' का क्या अर्थ है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-708;प्रश्न-6 | ||
Line 444: | Line 444: | ||
-गिरोह | -गिरोह | ||
{जहाँ [[माता]] की तुलना में बुआ को अधिक सम्मान मिलता है, ऐसे संबंध को कहते हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-20 | {जहाँ [[माता]] की तुलना में [[बुआ]] को अधिक सम्मान मिलता है, तब ऐसे संबंध को कहते हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-569;प्रश्न-20 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सह प्रसविता | -सह प्रसविता |
Revision as of 09:44, 25 May 2014
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