पद: Difference between revisions
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|हिन्दी=कदम, पाँव, पैर, पग, ओहदा, उपाधि, परम पद, कविता का अंश, छंद, श्लोक आदि का चतुर्थांश | |हिन्दी=कदम, पाँव, पैर, पग, ओहदा, उपाधि, परम पद, कविता का अंश, छंद, श्लोक आदि का चतुर्थांश | ||
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|उदाहरण=मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरौ न कोई। जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई।। | |उदाहरण=मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरौ न कोई। जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई।। | ||
|विशेष=यह प्रतिपादिक/ धातु का व्याकरण- सम्मत रूप होता है जो वाक्य में प्रयुक्त होने के लिए उपयुक्त होता है। ([[रसायन विज्ञान]]) किसी रासायनिक क्रिया के आरम्भ से पूर्ण होने तक के बीच की अवस्थाओं में से प्रत्येक। (भूविज्ञान) आधार-भित्ति। पाद। (संगीत) स्वरसप्तक के दो से लेकर सात वर्णों तक का किसी क्रम में बना समूह जो किसी राग में प्रयुक्त होता है। | |विशेष=यह प्रतिपादिक/ धातु का व्याकरण- सम्मत रूप होता है जो वाक्य में प्रयुक्त होने के लिए उपयुक्त होता है। ([[रसायन विज्ञान]]) किसी रासायनिक [[क्रिया]] के आरम्भ से पूर्ण होने तक के बीच की अवस्थाओं में से प्रत्येक। (भूविज्ञान) आधार-भित्ति। पाद। (संगीत) स्वरसप्तक के दो से लेकर सात वर्णों तक का किसी क्रम में बना समूह जो किसी राग में प्रयुक्त होता है। | ||
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|असमिया=भरि, पद, उपाधि, छंदर चतुर्थांश | |असमिया=भरि, पद, उपाधि, छंदर चतुर्थांश |
Revision as of 11:40, 16 January 2011
हिन्दी | कदम, पाँव, पैर, पग, ओहदा, उपाधि, परम पद, कविता का अंश, छंद, श्लोक आदि का चतुर्थांश | ||||||
-व्याकरण | संज्ञा, धातु, पुल्लिंग। | ||||||
-उदाहरण (शब्द प्रयोग) |
मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरौ न कोई। जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई।। | ||||||
-विशेष | यह प्रतिपादिक/ धातु का व्याकरण- सम्मत रूप होता है जो वाक्य में प्रयुक्त होने के लिए उपयुक्त होता है। (रसायन विज्ञान) किसी रासायनिक क्रिया के आरम्भ से पूर्ण होने तक के बीच की अवस्थाओं में से प्रत्येक। (भूविज्ञान) आधार-भित्ति। पाद। (संगीत) स्वरसप्तक के दो से लेकर सात वर्णों तक का किसी क्रम में बना समूह जो किसी राग में प्रयुक्त होता है। | ||||||
-विलोम | |||||||
-पर्यायवाची | |||||||
संस्कृत | पद्+ अच् | ||||||
अन्य ग्रंथ | |||||||
संबंधित शब्द | |||||||
संबंधित लेख | |||||||
अन्य भाषाओं मे | |||||||
भाषा | असमिया | उड़िया | उर्दू | कन्नड़ | कश्मीरी | कोंकणी | गुजराती |
शब्द | भरि, पद, उपाधि, छंदर चतुर्थांश | पाद्, वाक्यांश, उपाधि, छंद | क़दम, फ़िक़रा, ओहदा, मिस्त्राअ | हेज्जे, पाद, शब्द, पदवि, पाद् | पोद, क़दम, पद, ओहदु, मनसबु | पद, पग, अर्थवालो शब्द, दरज्जो, श्लोकनुं पद् | |
भाषा | डोगरी | तमिल | तेलुगु | नेपाली | पंजाबी | बांग्ला | बोडो |
शब्द | कालड़ि, अड़ि, पादम्, पदम्, वातै, चोल, पदवि, | पादमु, पद्मु, पदवि, चरणमु, | कद्म, पद् | पद, पा, वाक्यांश, पदवी | |||
भाषा | मणिपुरी | मराठी | मलयालम | मैथिली | संथाली | सिंधी | अंग्रेज़ी |
शब्द | पद, पाय, चरण, वाक्याचा, अंश किंवा तुकडा, हुद्दा, पदवी, श्लोकाचा एक चतुर्थांश | अटि, काल्, पदं, स्थानं, पदवि, पादं | कद्मु, विख, जुल्मे जो भाड़ो, पदु, उहदो, छंद या सलोक जी सिट |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश