राउजैतसी रासो: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 7: | Line 7: | ||
{{लेख प्रगति|आधार= | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Revision as of 10:57, 10 July 2016
राउजैतसी रासो एक ऐतिहासिक रचना है। इस रचना में कवि का नाम नहीं दिया गया है और न रचना तिथि का ही संकेत है।
- इसमें बीकानेर के शासक 'राउ जैतसी' तथा हुमायूँ के भाई कामरान से हुए एक युद्ध का वर्णन हैं।
- जैतसी का शासन काल संवत 1503 - 1518 के आसपास रहा है। अत: यह रचना इसके कुछ पश्चात की ही रही होगी।
- राउजैतसी रासो में कुल छन्द संख्या 90 है। इसे नरोत्तम स्वामी ने 'राजस्थान भारतीय' में प्रकाशित कराया है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।