प्रयोग:दीपिका4: Difference between revisions
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{निम्नलिखित में कौन-सा [[विवाह]] स्वरूप एक विधुर के लिए पत्नी की [[बहन]] के साथ विवाह करने का सही प्रतिनिधित्व करता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-63 | |||
{निम्नलिखित में कौन-सा [[विवाह]] स्वरूप एक विधुर के लिए पत्नी की [[बहन]] के साथ विवाह करने का सही प्रतिनिधित्व करता है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-63 | |||
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-लेबीरेट | -लेबीरेट | ||
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+दर्शनशास्त्र | +दर्शनशास्त्र | ||
{[[भारत]] में सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का सूत्रपात कब हुआ | {[[भारत]] में सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का सूत्रपात कब हुआ? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-22 | ||
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-15 अगस्त 1947 | -[[15 अगस्त]] [[1947]] | ||
-26 जनवरी 1950 | -[[26 जनवरी]] [[1950]] | ||
+2 अक्टूबर 1952 | +[[2 अक्टूबर]] [[1952]] | ||
-1 नवम्बर | -[[1 नवम्बर]] [[1957]] | ||
{सांस्कृतिककरण बिलम्बना का अर्थ है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-55 | {सांस्कृतिककरण बिलम्बना का अर्थ क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-55 | ||
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+सांस्कृतिक पिछड़ापन | +सांस्कृतिक पिछड़ापन | ||
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-आधुनिक मूल्यों के बारे में अज्ञानता | -आधुनिक मूल्यों के बारे में अज्ञानता | ||
{सामाजिक | {सामाजिक व्यवस्था द्वारा निर्धारित नियम किस तरह जन्मदर को प्रभावित करते हैं। इसका अध्ययन किस में किया जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-35 | ||
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+सामाजिक जनांकिकी में | +सामाजिक जनांकिकी में | ||
-जनांकिकी में | -जनांकिकी में | ||
-सांस्कृतिक | -सांस्कृतिक जनांकिकी में | ||
-मानवीय जनांकिकी में | -मानवीय जनांकिकी में | ||
{कल्चरल सोशियोलॉजी नामक पुस्तक किसने लिखी | {'कल्चरल सोशियोलॉजी' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-27 | ||
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-एच.एस. | -एच. एस. जॉनसन | ||
+गिलिन एण्ड गिलिन | +गिलिन एण्ड गिलिन | ||
-के. डेविस | -के. डेविस | ||
-इंकलेस | -इंकलेस | ||
{मैलिनोवस्की ने अपनी पुस्तक 'क्राइम एण्ड कस्टम इन सिविल सोसायटी' में दण्ड के लिए कौन सा उदाहरण दिया है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-77 | {मैलिनोवस्की ने अपनी पुस्तक 'क्राइम एण्ड कस्टम इन सिविल सोसायटी' में दण्ड के लिए कौन-सा उदाहरण दिया है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-77 | ||
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+व्यभिचार | +व्यभिचार | ||
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-पत्नी पिटाई | -पत्नी पिटाई | ||
{[[भारत]] में समाजशास्त्र के संस्थापक थे | {[[भारत]] में समाजशास्त्र के संस्थापक कौन थे? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-14 | ||
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+पेट्रिक गिडीज | +पेट्रिक गिडीज | ||
-राधाकमल | -[[राधाकमल मुखर्जी]] | ||
-एम एन श्रीनिवास | -एम. एन. श्रीनिवास | ||
-जी एस धुरिये | -जी. एस. धुरिये | ||
{किसी देश में शिशुओं और वृद्धों की तुलना में युवाओं का अनुपात अधिक हो तो | {किसी देश में शिशुओं और वृद्धों की तुलना में युवाओं का अनुपात अधिक हो तो उस देश में- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-48 | ||
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-जन्मदर अधिक होगी | -जन्मदर अधिक होगी | ||
-मृत्युदर कम होगी | -मृत्युदर कम होगी | ||
+उपरोक्त दोनों | |||
+ | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
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{[[भारत]] में [[संयुक्त परिवार]] की विशेषता का विस्तृत स्वजन के रूप में किसने वर्णन किया हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-65 | {[[भारत]] में [[संयुक्त परिवार]] की विशेषता का विस्तृत स्वजन के रूप में किसने वर्णन किया हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-65 | ||
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+ए.आर. देसाई | +ए. आर. देसाई | ||
-के.एम. कपाड़िया | -के. एम. कपाड़िया | ||
-इरावती कर्वे | -इरावती कर्वे | ||
-ए.डी. रॉस | -ए. डी. रॉस | ||
{किसी संगठन की औपचारिक संचरना में निहित है- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-21 | {किसी संगठन की औपचारिक संचरना में निहित है- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-21 | ||
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-वैयक्तिक भूमिकाएं तथा संबंध | -वैयक्तिक भूमिकाएं तथा संबंध | ||
-गुट | -गुट | ||
-सत्ता का | -सत्ता का प्रत्यायोजन | ||
+वैयक्तिक हित | +वैयक्तिक हित | ||
{[[मनोविज्ञान]] की सर्वमान्य परिभाषा क्या हो | {[[मनोविज्ञान]] की सर्वमान्य परिभाषा क्या हो सकती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-45 | ||
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-मनोविज्ञान व्यवहार का घनात्मक विज्ञान है। | -[[मनोविज्ञान]] व्यवहार का घनात्मक विज्ञान है। | ||
-मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज से है। | -मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज से है। | ||
+मनोविज्ञान व्यक्तित्व का वैज्ञानिक अध्ययन है जिसका सम्बन्ध व्यवहार तथा अनुभव के साथ | +मनोविज्ञान व्यक्तित्व का वैज्ञानिक अध्ययन है, जिसका सम्बन्ध व्यवहार तथा अनुभव के साथ है। | ||
-मनोविज्ञान मन का विज्ञान है। | -[[मनोविज्ञान]] मन का [[विज्ञान]] है। | ||
{समाजशास्त्र नाम के प्रयोग से पूर्व कॉम्ट द्वारा निम्न में से किसका प्रयोग किया गया | {समाजशास्त्र नाम के प्रयोग से पूर्व कॉम्ट द्वारा निम्न में से किसका प्रयोग किया गया? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-23 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सामाजिक भौतिकशास्त्र | -सामाजिक भौतिकशास्त्र | ||
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{'विरोधियों की एकता पाई जाती है।' यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-56 | {'विरोधियों की एकता पाई जाती है।' यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-56 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
-वेबर | -वेबर | ||
-दुर्खीम | -इमाईल दुर्खीम | ||
+हीगल | +हीगल | ||
{'पोजीकन | {'पोजीकन ऑफ़ ट्राइबल पापुलेशन इन माडर्न इंडिया 1967' के लेखक कौन है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-36 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बान हेमेडार्फ | +बान हेमेडार्फ | ||
-एम एन श्रीनिवास | -एम. एन. श्रीनिवास | ||
-रूथ बेनडिक्ट | -रूथ बेनडिक्ट | ||
-मार्गरेट मीद | -मार्गरेट मीद | ||
{[[विवाह]] के योग्य लड़की की आयु पन्द्रह वर्ष तथा लड़के की आयु अट्ठारह वर्ष किस अधिनियम में निश्चित की गई | {[[विवाह]] के योग्य लड़की की आयु पन्द्रह वर्ष तथा लड़के की आयु अट्ठारह वर्ष किस अधिनियम में निश्चित की गई थी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-28 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शारदा अधिनियम | -शारदा अधिनियम | ||
+[[हिन्दू विवाह]] अधिनियम, 1955 | +[[हिन्दू विवाह]] अधिनियम, [[1955]] | ||
-विशेष विवाह अधिनियम, 1954 | -विशेष विवाह अधिनियम, [[1954]] | ||
-हिन्दू उत्तराधिकारी अधिनियम, 1956 | -हिन्दू उत्तराधिकारी अधिनियम, [[1956]] | ||
{पुस्तक 'प्रिमिटिव लॉ' के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-78 | {पुस्तक 'प्रिमिटिव लॉ' के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-78 | ||
Line 435: | Line 432: | ||
-समिति | -समिति | ||
{निम्नलिखित में से किसने कहा है, "मानव द्वारा वस्तुओं के और नियंत्रण के संदर्भ में सम्पत्ति की कल्पना की जानी चाहिए"(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-67 | {निम्नलिखित में से किसने कहा है, "मानव द्वारा वस्तुओं के और नियंत्रण के संदर्भ में सम्पत्ति की कल्पना की जानी चाहिए"(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-67 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-टी. बेबलेन | -टी. बेबलेन | ||
-एल.टी. हॉबहाउस | -एल. टी. हॉबहाउस | ||
+आर.एच. लुई | +आर. एच. लुई | ||
-एल.एच. मॉर्गन | -एल. एच. मॉर्गन | ||
{स्थिति संकल से क्या तात्पर्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-23 | {स्थिति संकल से क्या तात्पर्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-23 | ||
Line 458: | Line 449: | ||
{शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की सर्व प्रमुख देन क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-46 | {शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की सर्व प्रमुख देन क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-46 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-समय सारणी में परिवर्तन | -समय-सारणी में परिवर्तन | ||
-अनुशासन की उचित व्यवस्था | -अनुशासन की उचित व्यवस्था | ||
-पाठ्य सहगामी क्रियाओं का प्रयोग | -पाठ्य सहगामी क्रियाओं का प्रयोग | ||
+बाल केन्द्रित शिक्षा | +बाल केन्द्रित शिक्षा | ||
{निम्नलिखित में से कौन एक समुदाय से संबंधित नहीं है | {निम्नलिखित में से कौन एक समुदाय से संबंधित नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-427प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-स्थानीयता | -स्थानीयता | ||
- | -सामुदायिक संवेग | ||
+वैयक्तिक स्वार्थ | +वैयक्तिक स्वार्थ | ||
-सामान्य जीवन की मूलभूत दशाओं में भाग लेना | -सामान्य जीवन की मूलभूत दशाओं में भाग लेना | ||
{प्रवासी भारतीयों ने इंग्लैण्ड में वहां की जीवन पद्धतियों को सीख लिया है। इस प्रक्रिया का नाम | {प्रवासी भारतीयों ने [[इंग्लैण्ड]] में वहां की जीवन पद्धतियों को सीख लिया है। इस प्रक्रिया का नाम क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-57 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+व्यवस्थापन | +व्यवस्थापन | ||
Line 477: | Line 468: | ||
-सांस्कृतिकरण | -सांस्कृतिकरण | ||
{[[जनसंख्या]] वृद्धि को प्रभावित करने वाले केवल जैविकीय कारण ही है सामाजिक | {[[जनसंख्या]] वृद्धि को प्रभावित करने वाले केवल जैविकीय कारण ही है सामाजिक नहीं। यह कथन है- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-37 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पूर्णतया सत्य | -पूर्णतया सत्य | ||
+पूर्णतया असत्य | +पूर्णतया असत्य | ||
-आंशिक सत्य | -आंशिक सत्य | ||
-आंशिक असत्य | -आंशिक असत्य | ||
{निम्न में से | {नगरीयता एक जीवन शैली है, निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-29 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-के. डेविस | -के. डेविस | ||
-पार्क और बर्गेस | -पार्क और बर्गेस | ||
-पी. गिड्स | -पी. गिड्स | ||
+एल.विर्थ | +एल. विर्थ | ||
{'सोशियल बैक ग्राउण्ड इंडियन नेशनलिज्म' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-79 | {'सोशियल बैक ग्राउण्ड इंडियन नेशनलिज्म' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-79 | ||
Line 495: | Line 486: | ||
-आंद्रे बेताई | -आंद्रे बेताई | ||
-योगेन्द्र सिंह | -योगेन्द्र सिंह | ||
-एम.एस.ए. राव | -एम. एस. ए. राव | ||
+ए.आर. देसाई | +ए. आर. देसाई | ||
{निम्नलिखित में से किसका अध्ययन समाजशास्त्र है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-16 | {निम्नलिखित में से किसका अध्ययन समाजशास्त्र है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-16 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मानव व्यवहार | -मानव व्यवहार | ||
Line 505: | Line 496: | ||
-सामाजिक समस्याएं | -सामाजिक समस्याएं | ||
{[[जनसंख्या]] की बनावट में परिवर्तन होने पर किन लोगों की मान्यताओं में पाए जाने वाले मतभेदों का समाजिक जनांकिकी से अध्ययन किया जाता | {[[जनसंख्या]] की बनावट में परिवर्तन होने पर किन लोगों की मान्यताओं में पाए जाने वाले मतभेदों का समाजिक जनांकिकी से अध्ययन किया जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-51 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-युवा | -युवा | ||
Line 512: | Line 503: | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{मध्यकालीन समय में शिल्पकार अपना व्यापार निम्नलिखित में किस माध्यम से किया करते थे? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-69 | {[[मध्य काल|मध्यकालीन]] समय में शिल्पकार अपना व्यापार निम्नलिखित में किस माध्यम से किया करते थे? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-69 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वाणिज्य समूहों | -वाणिज्य समूहों | ||
- | -बाज़ारों | ||
-समुदायों | -समुदायों | ||
+श्रेणियों (गिल्ड) | +श्रेणियों (गिल्ड) | ||
{[[भारत]] में अधिक जन्मदर के लिए निम्नलिखित में से कौन उत्तरदायी नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-52 | {[[भारत]] में अधिक जन्मदर के लिए निम्नलिखित में से कौन उत्तरदायी नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-52 | ||
Line 523: | Line 514: | ||
+[[विवाह]] की स्वच्छन्दता | +[[विवाह]] की स्वच्छन्दता | ||
-भाग्यवादिता | -भाग्यवादिता | ||
-संयुक्त परिवार प्रणाली | -[[संयुक्त परिवार|संयुक्त परिवार प्रणाली]] | ||
-चिकित्सा सुविधाओं का अभाव | -चिकित्सा सुविधाओं का अभाव | ||
{निम्न में कौन प्रस्थिति समूह है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-24 | {निम्न में कौन प्रस्थिति समूह है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+विभिन्न प्रकार के शिक्षित | +विभिन्न प्रकार के शिक्षित | ||
Line 533: | Line 524: | ||
-अशिक्षित वर्ग | -अशिक्षित वर्ग | ||
{शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की अंतर्निरीक्षण विधि के विषय में कौन सा कथन अनुचित होगा | {शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की अंतर्निरीक्षण विधि के विषय में कौन-सा कथन अनुचित होगा? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-47 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-यह विधि सरल तथा कम खर्चीली है। | -यह विधि सरल तथा कम खर्चीली है। | ||
Line 540: | Line 531: | ||
-अंतर्निरीक्षण द्वारा अध्यापक अपने शिक्षण कार्य को अधिक उपयोगी बना सकता है। | -अंतर्निरीक्षण द्वारा अध्यापक अपने शिक्षण कार्य को अधिक उपयोगी बना सकता है। | ||
{निम्नलिखित में कौन सा समूह रक्त संबंध पर आधारित है | {निम्नलिखित में कौन-सा समूह रक्त संबंध पर आधारित है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-25 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-क्रीड़ा समूह | -क्रीड़ा समूह | ||
Line 547: | Line 538: | ||
-श्रोता समूह | -श्रोता समूह | ||
{प्राकृतिक चयन का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-59 | {प्राकृतिक चयन का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-59 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-माल्थन | -माल्थन | ||
-मार्शल | -मार्शल | ||
-डार्विन | -डार्विन | ||
+मार्क्स | +[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
{सांस्कृतिक इकाई या | {सांस्कृतिक इकाई या तत्त्व का विचार किसका है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-38 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हेरिंगटन | -हेरिंगटन | ||
+विसतर | +विसतर | ||
-बेन डिपटर | -बेन डिपटर | ||
-दुर्खीम | -इमाईल दुर्खीम | ||
{टोटमवाद के सिद्धांत के प्रणेता कौन हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-30 | {टोटमवाद के सिद्धांत के प्रणेता कौन हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-30 | ||
Line 566: | Line 557: | ||
-टी. पारसंस | -टी. पारसंस | ||
-के. डेविस | -के. डेविस | ||
-दुर्खीम | -इमाईल दुर्खीम | ||
{[[भारत]] में जातिवाद सबसे अधिक है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-80 | {[[भारत]] में जातिवाद किस क्षेत्र में सबसे अधिक है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-80 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शिक्षा के क्षेत्र | -शिक्षा के क्षेत्र | ||
- | -रोज़गार | ||
-श्रमिक संगठनों | -श्रमिक संगठनों | ||
+राजनीति | +राजनीति | ||
{उत्पादन की प्रक्रिया चार कारकों की अपेक्षा करती है नामभूमि, पूंजी, श्रमिक और उद्यमवृति-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-17 | {उत्पादन की प्रक्रिया चार कारकों की अपेक्षा करती है नामभूमि, पूंजी, श्रमिक और उद्यमवृति-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-17 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मैकाइवर और पेज के अनुसार | -मैकाइवर और पेज के अनुसार | ||
-मार्क्स और एंगल्स के अनुसार | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] और एंगल्स के अनुसार | ||
+पार्सन्स और समेल्सर के अनुसार | +पार्सन्स और समेल्सर के अनुसार | ||
-रोथ्लीजबर्गर और डिक्सन के अनुसार | -रोथ्लीजबर्गर और डिक्सन के अनुसार | ||
{निम्नलिखित में कौन सी आर्थिक प्रवृत्तियाँ | {निम्नलिखित में कौन-सी आर्थिक प्रवृत्तियाँ उपभोक्तावाद की ओर रूझान पैदा करती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-70 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वस्तु विनियम | -वस्तु विनियम | ||
+ | +बाज़ार | ||
-मिश्रित | -मिश्रित | ||
-संतुलित | -संतुलित | ||
Line 598: | Line 589: | ||
{शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की प्रयोगात्मक विधि (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-48 | {शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की प्रयोगात्मक विधि (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-48 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बहुत ही विश्वसनीय प्रामणिक | +बहुत ही विश्वसनीय प्रामणिक एवं नियमित है। | ||
-विश्वसनीय नहीं कही जा सकती है। | -विश्वसनीय नहीं कही जा सकती है। | ||
-विश्वसनीय है परंतु नियमित नहीं है। | -विश्वसनीय है परंतु नियमित नहीं है। | ||
-उपर्युक्त कोई भी कथन ठीक नहीं है। | -उपर्युक्त कोई भी कथन ठीक नहीं है। | ||
{द्वैतीयक समूहों की विशेषता होती है | {द्वैतीयक समूहों की विशेषता होती है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-427प्रश्न-26 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनौपचारिक संबंध | -अनौपचारिक संबंध | ||
Line 615: | Line 606: | ||
+ममफोर्ड | +ममफोर्ड | ||
-ऑगबर्न | -ऑगबर्न | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स]] | ||
{जनसंख्या में मात्रात्मक पहलुओं का वैज्ञानिक अध्ययन करने वाले शास्त्र या विज्ञान को कहा जाता है | {जनसंख्या में मात्रात्मक पहलुओं का वैज्ञानिक अध्ययन करने वाले शास्त्र या [[विज्ञान]] को क्या कहा जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जनांकिकी | -जनांकिकी | ||
Line 627: | Line 618: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+एम. मॉस. और एस. साइमन | +एम. मॉस. और एस. साइमन | ||
-जी.एच. मीड और सी.एच. कूले | -जी. एच. मीड और सी. एच. कूले | ||
-सी. बर्गर और मित्तल | -सी. बर्गर और मित्तल | ||
-ई.वी. टायलर और एल.एच. मार्गन | -ई. वी. टायलर और एल. एच. मार्गन | ||
{क्षितिजीय गतिशीलता का अर्थ है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-81 | {क्षितिजीय गतिशीलता का अर्थ है- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-81 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-निम्न पद से उच्च पद की ओर गतिशीलता | -निम्न पद से उच्च पद की ओर गतिशीलता | ||
Line 642: | Line 633: | ||
-पारसंस | -पारसंस | ||
-धुरिये | -धुरिये | ||
+एस.एन. श्रीनिवास | +एस. एन. श्रीनिवास | ||
-राबर्ड रेडफील्ड | -राबर्ड रेडफील्ड | ||
{किसी विशेष वर्ग में क्षेत्र की कुल जनसंख्या उस क्षेत्र का क्षेत्रफल व्यक्ति प्रतिवर्ग | {किसी विशेष वर्ग में क्षेत्र की कुल जनसंख्या उस क्षेत्र का क्षेत्रफल व्यक्ति प्रतिवर्ग कि.मी. है। यह सूत्र किससे संबंधित हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-53 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जनसंख्या घनत्व | +जनसंख्या घनत्व | ||
-प्रजनन दर | -प्रजनन दर | ||
-निर्भरता | -निर्भरता अनुपात | ||
-लिंग अनुपात | -लिंग अनुपात | ||
Line 669: | Line 660: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पढ़ाये जाने वाले पाठ को स्वयं पढ़कर जाना। | -पढ़ाये जाने वाले पाठ को स्वयं पढ़कर जाना। | ||
+उस सभी बातों का विवरण तैयार करना जिन्हें शिक्षक कक्षा के | +उस सभी बातों का विवरण तैयार करना जिन्हें शिक्षक कक्षा के अन्दर एक निश्चित समय में पूरा करने की इच्छा रखता है। | ||
-छात्रों से पूछे जाने | -छात्रों से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों के ब्यौरेवार उत्तर तैयार करना। | ||
-छात्रों से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों की सूची तैयार करना | -छात्रों से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों की सूची तैयार करना | ||
{निम्नलिखित में से कौन एक अस्थाई समूह नहीं है | {निम्नलिखित में से कौन एक अस्थाई समूह नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-27 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भीड़ | -भीड़ | ||
Line 683: | Line 674: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1851 | -1851 | ||
-1861 | -[[1861]] | ||
-1871 | -[[1871]] | ||
+1881 | +[[1881]] | ||
{एक कैलेण्डर [[वर्ष]] में क वर्ष से कम आयु के मृत्यु शिशुओं की संख्या का 1000 से गुणा करके गुणनफल को एक कैलेण्डर वर्ष में जन्में कुल जीवित शिशुओं की संख्या से भाग देने पर निम्नलिखित में किस दर की प्रसिद्ध होगी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न- | {एक कैलेण्डर [[वर्ष]] में क वर्ष से कम आयु के मृत्यु शिशुओं की संख्या का 1000 से गुणा करके गुणनफल को एक कैलेण्डर वर्ष में जन्में कुल जीवित शिशुओं की संख्या से भाग देने पर निम्नलिखित में किस दर की प्रसिद्ध होगी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+शिशु मृत्युदर | +शिशु मृत्युदर | ||
- | -आयु विशेष मृत्यु | ||
-सकल मृत्युदर | -सकल मृत्युदर | ||
-अनुमानित मृत्युदर | -अनुमानित मृत्युदर | ||
{समाजशास्त्र एक ऐसा विज्ञान है जो सामाजिक क्रिया का व्याख्यात्मक बोध का प्रयास करता है। यह विचार किस समाजशास्त्री का है? | {समाजशास्त्र एक ऐसा विज्ञान है, जो सामाजिक क्रिया का व्याख्यात्मक बोध का प्रयास करता है। यह विचार किस समाजशास्त्री का है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पारसंस | -पारसंस | ||
-मीड | -मीड | ||
+वेबर | +वेबर | ||
-मैकाइवर | -मैकाइवर एवं पेज | ||
{अजगर नाग जाति संयुक्त के लिए किसने दिया है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-82 | {[[अजगर|अजगर नाग जाति]] संयुक्त के लिए किसने दिया है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-82 | ||
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-देवी लाल | -देवी लाल |
Revision as of 13:27, 10 November 2016
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