नासिया मंदिर, अजमेर: Difference between revisions
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|अन्य जानकारी=यह मंदिर 'सोनी जी की नसियाँ' नाम से भी प्रसिद्ध है। मंदिर की संरचना दो मंजिली है। | |||
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'''नासिया मंदिर''' [[अजमेर]], [[राजस्थान]] का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इसे 'लाल मंदिर' भी कहा जाता है। इसका निर्माण [[1865]] ई. में हुआ था और यह अजमेर में पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.nativeplanet.com/ajmer/attractions/nasiyan-temple/|title=नासिया मंदिर, अजमेर |accessmonthday= 28 जनवरी|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=hindi.nativeplanet.com |language= हिंदी}}</ref> | '''नासिया मंदिर''' [[अजमेर]], [[राजस्थान]] का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इसे 'लाल मंदिर' भी कहा जाता है। इसका निर्माण [[1865]] ई. में हुआ था और यह अजमेर में पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.nativeplanet.com/ajmer/attractions/nasiyan-temple/|title=नासिया मंदिर, अजमेर |accessmonthday= 28 जनवरी|accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=hindi.nativeplanet.com |language= हिंदी}}</ref> | ||
*मंदिर की संरचना दो मंजिली है, जो प्रथम [[जैन तीर्थंकर]] [[भगवान आदिनाथ]] को समर्पित है। | *मंदिर की संरचना दो मंजिली है, जो प्रथम [[जैन तीर्थंकर]] [[भगवान आदिनाथ]] को समर्पित है। | ||
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*संग्रहालय की आंतरिक संरचना सोने की बनी हुई है और यह भगवान आदिनाथ के जीवन के पाँच चरणों, जिन्हें 'पंच कल्याणक' कहा जाता है, को दर्शाती है। इसका क्षेत्र 3200 वर्ग फुट है और यह बेल्जियम के रंगीन काँच, खनिज रंगों और रंगीन काँचों से सुसज्जित है। | *संग्रहालय की आंतरिक संरचना सोने की बनी हुई है और यह भगवान आदिनाथ के जीवन के पाँच चरणों, जिन्हें 'पंच कल्याणक' कहा जाता है, को दर्शाती है। इसका क्षेत्र 3200 वर्ग फुट है और यह बेल्जियम के रंगीन काँच, खनिज रंगों और रंगीन काँचों से सुसज्जित है। | ||
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Latest revision as of 13:37, 28 January 2017
नासिया मंदिर, अजमेर
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विवरण | 'नासिया मंदिर' अजमेर का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह मंदिर प्रथम जैन तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को समर्पित है। |
राज्य | राजस्थान |
शहर | अजमेर |
धर्म | जैन |
देवता | भगवान आदिनाथ |
अन्य जानकारी | यह मंदिर 'सोनी जी की नसियाँ' नाम से भी प्रसिद्ध है। मंदिर की संरचना दो मंजिली है। |
नासिया मंदिर अजमेर, राजस्थान का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इसे 'लाल मंदिर' भी कहा जाता है। इसका निर्माण 1865 ई. में हुआ था और यह अजमेर में पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित है।[1]
- मंदिर की संरचना दो मंजिली है, जो प्रथम जैन तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को समर्पित है।
- भवन दो भागों में बना हुआ है- एक भाग जो पूजा का क्षेत्र है, जहाँ भगवान आदिनाथ की मूर्ति है और दूसरे भाग में एक कक्ष है, जहाँ संग्रहालय है।
- संग्रहालय की आंतरिक संरचना सोने की बनी हुई है और यह भगवान आदिनाथ के जीवन के पाँच चरणों, जिन्हें 'पंच कल्याणक' कहा जाता है, को दर्शाती है। इसका क्षेत्र 3200 वर्ग फुट है और यह बेल्जियम के रंगीन काँच, खनिज रंगों और रंगीन काँचों से सुसज्जित है।
- इसके केंद्र में एक कक्ष है, जो सोने और चाँदी से सुसज्जित है और इसे 'गोल्डन टेंपल' (स्वर्ण मंदिर) भी कहा जाता है। इस मंदिर में लकड़ी पर सोने का काम, काँच की नक्काशी और पेंटिंग भी देखने को मिलती है।
- यह मंदिर 'सोनी जी की नसियाँ' नाम से भी प्रसिद्ध है। मंदिर का यह नाम ऐसा इसलिए पड़ा, क्योंकि यह मूल्यवान पत्थरों, सोने और चाँदी से सजा हुआ है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नासिया मंदिर, अजमेर (हिंदी) hindi.nativeplanet.com। अभिगमन तिथि: 28 जनवरी, 2017।