तूरजी का झालरा, जोधपुर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('thumb|200px|तूरजी का झालरा, [[जोधपुर]] '''तू...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Toor-Ji-ka-Jhalra-Jodhpur.jpg|thumb| | [[चित्र:Toor-Ji-ka-Jhalra-Jodhpur.jpg|thumb|250px|तूरजी का झालरा, [[जोधपुर]]]] | ||
'''तूरजी का झालरा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Toor Ji ki Jhalra'') एक प्रसिद्ध बावड़ी है जो [[राजस्थान]] के [[जोधपुर]] में स्थित है। इसकी प्रभावशाली डिजाइन कई पर्यटकों को आकर्षित करती है।<br /> | '''तूरजी का झालरा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Toor Ji ki Jhalra'') एक प्रसिद्ध बावड़ी है जो [[राजस्थान]] के [[जोधपुर]] में स्थित है। इसकी प्रभावशाली डिजाइन कई पर्यटकों को आकर्षित करती है।<br /> | ||
<br /> | <br /> |
Revision as of 12:12, 4 October 2020
[[चित्र:Toor-Ji-ka-Jhalra-Jodhpur.jpg|thumb|250px|तूरजी का झालरा, जोधपुर]]
तूरजी का झालरा (अंग्रेज़ी: Toor Ji ki Jhalra) एक प्रसिद्ध बावड़ी है जो राजस्थान के जोधपुर में स्थित है। इसकी प्रभावशाली डिजाइन कई पर्यटकों को आकर्षित करती है।
- सन 1740 में निर्मित तूरजी का झालरा, जिसे आमतौर पर 'जोधपुर का सौतेला परिवार' कहा जाता है, जोधपुर की पारंपरिक जल प्रबंधन प्रणालियों को दर्शाती कुछ विशेष संरचनाओं में से एक है।[1]
- इस वास्तु आश्चर्य को महाराजा अभय सिंह की रानी-संघ द्वारा बनाया गया था, जो उस क्षेत्र की सदियों पुरानी परंपरा का संकेत है, जहाँ शाही महिलाएँ सार्वजनिक जल कार्यों की देखरेख करती थीं।
- 250 साल पुरानी इस संरचना को जोधपुर में पाए जाने वाले प्रसिद्ध गुलाब-लाल बलुआ पत्थर का उपयोग करके बनाया गया था।
- तूरजी का झालरा की प्रभावशाली डिजाइन कई पर्यटकों को आकर्षित करती है।
- गर्मी को मात देने के लिए स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए मनोरंजक पानी के खेल में संलग्न होने के लिए इसे जोधपुर का एक मजेदार स्थान माना जाता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राजस्थान की प्रसिद्ध बावड़ीयां (हिंदी) holidayrider.com। अभिगमन तिथि: 6 अक्टूबर, 2020।
संबंधित लेख