बूंदी रियासत

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 09:40, 4 September 2018 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''बूँदी रियासत''' की स्थापना 1241 ई. में देवी सिंह हाड़ा (...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

बूँदी रियासत की स्थापना 1241 ई. में देवी सिंह हाड़ा (देवा हाड़ा) के द्वारा बूंदा मीणा को पराजित कर गई थी। बूँदी का नाम बूंदा मीणा के नाम से पड़ा। बूँदी रियासत की प्रारम्भिक राजधानी कोटा थी।

  • देवी सिंह हाड़ा ने बूँदी के निकट तारागढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया था। तारागढ़ दुर्ग को वर्तमान स्वरूप बरसिंह हाड़ा द्वारा दिया गया।
  • राव बरसिंह हाड़ा के समय मेवाड़ के महाराजा लाखा ने तीन बार आक्रमण किया था, जिसे बरसिंह हाड़ा ने विफल कर दिया।[1]
  • बरसिंह के पश्चात् बूँदी रियासत मेवाड़ के अधीन हो गई।
  • राव सुर्जन सिंह हाड़ा के काल में बूँदी पुनः स्वतन्त्र रियासत के रूप में स्थापित हुई।
  • सुर्जन सिंह हाड़ा का अधिकार रणथम्भौर दुर्ग पर भी था।
  • रणथम्भौर दुर्ग में ही 1569 ई. में राव सुर्जनसिंह हाड़ा ने अकबर की अधीनता को सशर्त स्वीकार कर लिया था।
  • अकबर ने राव सुर्जन सिंह हाड़ा को बनारस (वाराणसी) की जागीर उपहार में दी थी।
  • राव सुर्जन सिंह हाड़ा ने बनारस में एक मन्दिर का निर्माण करवाया तथा अपने जीवन के अन्तिम काल में संन्यास धारण कर लिया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. राजस्थान की बूँदी रियासत (हिंदी) rajasthangk.co.in। अभिगमन तिथि: 04 सितम्बर, 2018।

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः