पौनार

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 14:38, 11 February 2013 by व्यवस्थापन (talk | contribs) (Text replace - "सिक्के" to "सिक़्क़े")
Jump to navigation Jump to search
चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
  • महाराष्ट्र के वर्धा ज़िले के अंतर्गत पौनार को वाकाटकों की राजधानी माना जाता है, लेकिन इसकी उन्नति प्रायःपरवर्ती सातवाहनों के समय शुरू हुई।
  • यहाँ ठोस नींवों पर बने मकान मिले हैं।
  • काले और लाल मृद्भाण्ड के अतिरिक्त, लाल पालिशदार मृण्पात्र और दोहत्थे कलश भी मिले हैं।
  • क्षत्रपों और प्रारम्भिक कलचुरियों के सिक़्क़े मिले हैं। विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है।
  • यहाँ किसानों की बस्ती थी।
  • ईसा की छठी शताब्दी के पश्चात यह स्थल उजड़ गया।
  • ऐसा अनुमान है, कि दसवीं शताब्दी के आस-पास यह स्थल फिर से आबाद हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः