एन. रंगास्वामी
एन. रंगास्वामी
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पूरा नाम | एन. रंगास्वामी |
जन्म | 4 अगस्त, 1950 |
जन्म भूमि | पुदुच्चेरी |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | कांग्रेस, ऑल इंडिया एन.आर. कांग्रेस |
पद | मुख्यमंत्री, पुदुच्चेरी पहली बार- 27 अक्टूबर, 2001 से 12 मई, 2006 तक |
अन्य जानकारी | एन. रंगास्वामी ने अपनी राजनैतिक और सामजिक छवि पर कोई दाग नहीं लगने दिया। उनके प्रशंसकों और राज्य के आम नागरिकों के बीच उन्हें "मिस्टर ऑनेस्ट" के नाम से भी जाना जाता है। |
अद्यतन | 17:29, 8 जून 2022 (IST)
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एन. रंगास्वामी (अंग्रेज़ी: N. Rangasamy, जन्म- 4 अगस्त, 1950) भारतीय राजनीतिज्ञ और पुदुचेरी के चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। वह पहली बार 27 अक्टूबर, 2001 से 12 मई, 2006 तक; दूसरी बार 13 मई, 2006 से 4 सितंबर, 2008 तक और फिर तीसरी बार 17 मई, 2011 से 6 जून, 2016 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। अपने कॅरियर की शुरुआत से लेकर अब तक एन. रंगास्वामी ने अपनी राजनैतिक और सामजिक छवि पर कोई दाग नहीं लगने दिया। उनके प्रशंसकों और राज्य के आम नागरिकों के बीच उन्हें "मिस्टर ऑनेस्ट" के नाम से भी जाना जाता है।
जीवन परिचय
दक्षिण भारत के संघीय क्षेत्र पुदुच्चेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी का जन्म 4 अगस्त, 1950 को पुदुचेरी में हुआ था। उनका संबंध दक्षिण भारत के एक प्रमुख जातीय समुदाय वन्नियार से है। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय से ग्रहण की थी। यह एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो बिना किसी सुरक्षा घेरे के खुलेआम अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि एन. रंगास्वामी के कार्यालय में कोई भी आम नागरिक बिना किसी हिचक और पूर्व सूचना के आ सकता है। वह बिना किसी भेद-भाव के सब लोगों को बराबर समय देते हैं।[1]
व्यक्तित्व
एन. रंगास्वामी मुख्यमंत्री बनने के बाद भी कभी आम जनता से दूर नहीं रहे। वह अपने क्षेत्र के नागरिकों के कल्याण और सुखद जीवन को निर्धारित करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। वह एक अच्छे और जमीन से जुड़े राजनेता हैं।
राजनैतिक सफर
के. कामराज से प्रभावित होकर एन. रंगास्वामी विद्यार्थी जीवन में ही राजनीति से जुड़ गए थे। वह गरीब और असहाय लोगों के हितों के लिए कार्य करने लग गए थे। एन. रंगास्वामी ने कांग्रेस की टिकट पर अपना पहला विधानसभा चुनाव वर्ष 1990 में थत्तनचावड़ी निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था, लेकिन इन चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन वे आगामी चुनावों में जीतकर राज्य के कृषि और सहकारिता मंत्री बनाए गए।
वर्ष 1996 के चुनावों में वह दोबारा निर्वाचित हुए। वर्ष 2001 के चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद एन. रंगास्वामी पुदुचेरी के मुख्यमंत्री बनाए गए। वर्ष 2006 के विधानसभा चुनावों में एन. रंगास्वामी ने भारी मतांतरों से जीत दर्ज की। इन चुनावों में उनके प्रतिद्वंदी को केवल 500 मत ही प्राप्त हुए थे। वर्ष 2008 में कांग्रेस के भीतर चल रहे मनमुटाव और आंतरिक राजनीति के कारण एन. रंगास्वामी से त्याग पत्र लेकर 4 सितंबर, 2008 को वी. वैथिलिंगम को मुख्यमंत्री बना दिया गया। कांग्रेस की सदस्यता त्याग देने के बाद 7 फरवरी, 2011 को एन. रंगास्वामी ने ऑल इंडिया एन.आर. कांग्रेस की स्थापना की। तीन महीनों के भीतर हुए विधानसभा चुनावों में एन. रंगास्वामी की पार्टी को 17 में से 15 सीटों पर जीत हासिल हुई जिसके बाद वह एक बार फिर मुख्यमंत्री बने।
उपलब्धियां
- एन. रंगास्वामी ने राज्य के मूलभूत ढांचे और नागरिकों के जीवन को महत्वपूर्ण ढंग से परिवर्तित किया है। वर्ष 2006 में इंडिया टूडे द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में पुदुचेरी को भारत का सबसे अधिक रहने योग्य राज्य का स्थान दिया गया। इसके अलावा पुदुचेरी को महिला सशक्तिकरण, साक्षरता, सड़क निर्माण और अन्य जन सुविधाओं के मामले में भी अव्वल स्थान दिया गया है।
- एन.रंगास्वामी द्वारा चलाई गई मिड-डे मील योजना को भी राज्य के भीतर काफी सराहना मिली।
- कॉलेज और स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए मुफ्त ट्यूशन की सुविधा उपल्ब्ध कराने के लिए भी रंगास्वामी के नेतृत्व की काफी प्रशंसा की गई।
- इसके अलावा एन. रंगास्वामी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की शुरुआत कर मधुमेह के मरीजों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए गेहूं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पुदुच्चेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी (हिंदी) jagran.com। अभिगमन तिथि: 02 सितंबर, 2020।
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क्रमांक | राज्य | मुख्यमंत्री | तस्वीर | पार्टी | पदभार ग्रहण |