मोहन यादव
मोहन यादव
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पूरा नाम | डॉ. मोहन यादव |
जन्म | 25 मार्च, 1965 |
जन्म भूमि | उज्जैन, मध्य प्रदेश |
अभिभावक | माता- लीलाबाई यादव पिता- पूनमचंद यादव |
पति/पत्नी | सीमा यादव |
संतान | 2 पुत्र, 1 पुत्री |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश |
कार्य काल | मुख्यमंत्री- 13 दिसंबर, 2023 से पदस्थ शिक्षामंत्री, मध्य प्रदेश- 2 जुलाई, 2020 से 11 दिसम्बर, 2023 |
शिक्षा | एमबीए, एलएलबी, पीएचडी |
पूर्वा धिकारी | शिवराज सिंह चौहान |
अन्य जानकारी | 2 जुलाई, 2020 को मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। |
अद्यतन | 16:56, 5 जनवरी 2024 (IST)
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मोहन यादव (अंग्रेज़ी: Mohan Yadav, जन्म- 25 मार्च, 1965, उज्जैन, मध्य प्रदेश) भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ हैं। वह मध्य प्रदेश की दक्षिणी उज्जैन विधानसभा से विधायक हैं और मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में सेवारत हैं। वह 2013 में उज्जैन दक्षिण सीट से पहली बार विधायक बने थे। साल 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में मोहन यादव एक बार फिर चुने गए थे और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने। उन्होंने मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। 2 जुलाई 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
परिचय
डॉ. मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन, मध्य प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव है। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। इनकी शुरुआती पढ़ाई उज्जैन से ही हुई है। बस यहीं से उन्होंने राजनीति के पंखों को उड़ान दी थी। छात्र जीवन में ही मोहन यादव ने राजनीति में कदम रखा और फिर अपने मजबूत जज्बे के साथ आगे बढ़ते गए। मोहन यादव मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे।
वह 'मध्य प्रदेश कुश्ती एसोसिएशन' के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके पास 'मध्य प्रदेश ओलम्पिक संघ' का प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी है। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वन्द्वी को 13 हजार से अधिक वोटों से हराया था। डॉ. मोहन यादव को मध्य प्रदेश में मंत्री पद तक पहुंचने के लिए 41 साल का समय लगा। मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी। पार्टी में कई पदों पर रहने के बाद सरकार में उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला था।[1]
शिक्षा
डॉ. मोहन यादव ने एमबीए, एलएलबी के साथ पीएचडी भी किया है। साथ ही उनका परिवार कारोबार और कृषि क्षेत्र से भी जुड़ा हुआ है।
संघ में सक्रियता
संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव ने 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में वह पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहे।
मोहन यादव साल 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं। 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस), उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं।
राजनितिक सफर
2023 में तीसरी बार विधायक और पहली बार बने मुख्यमंत्री – 2020 में बीजेपी की सरकार बनने पर मोहन यादव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। – 2018 में उन्होने दूसरी बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुना गया। – 2013 में उन्होने पहली बार उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव जीता और विधायक बने। – 2011 में उन्हें पहली बर दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। – 2002 में मोहन यादव को विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यकारी परिषद का सदस्य चुना गया था। – 1989 में मोहन यादव को प्रदेश इकाई की परिषद के मंत्री नियुक्त किया गया। साथ ही 1991 में राष्ट्रीय परिषद का मंत्री बनाया गया। – 1984 में वह छात्र संघ के अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री चुने गए। – 1982 में मोहन यादव को पहली बार छात्र संघ का सह सचिव बनाया गया।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का जीवन परिचय (हिंदी) onlinedekho.org। अभिगमन तिथि: 01 जनवरी, 2024।
- ↑ कौन हैं मोहन यादव? जानिए MP के नए सीएम का छात्र संघ अध्यक्ष से मुख्यमंत्री तक का सफर (हिंदी) bansalnews.com। अभिगमन तिथि: 05 जनवरी, 2024।
बाहरी कड़ियाँ
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