लौरिया-नन्दनगढ़: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
'''लौरिया-नन्दनगढ़''' [[बिहार]] के चम्पारन ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। | |||
*लौरिया-नन्दनगढ़ में [[अशोक]] का एक प्रस्तर स्तम्भ स्थित है। | |||
*लौरिया-नन्दनगढ़ में [[अशोक]] का एक प्रस्तर स्तम्भ स्थित है। इस स्तम्भ पर अशोक के सप्त धम्म लेख अंकित हैं। | *इस स्तम्भ पर अशोक के सप्त धम्म लेख अंकित हैं। | ||
*लौरिया-नन्दनगढ़ का स्तम्भ अन्य स्तम्भों में सर्वथा सुरक्षित और अखण्डित है। इसके अध्ययन से अशोक के स्तम्भों और उसके विभिन्न अवयवों का स्पष्ट चित्र उभरता है। | *लौरिया-नन्दनगढ़ का स्तम्भ अन्य स्तम्भों में सर्वथा सुरक्षित और अखण्डित है। | ||
*यह स्तम्भ भी अशोक के अन्य स्तम्भों की भाँति चुनाव के बलुआ पत्थर से निर्मित तथा एकाश्मक | *इसके अध्ययन से अशोक के स्तम्भों और उसके विभिन्न अवयवों का स्पष्ट चित्र उभरता है। | ||
*लौरिया-नन्दनगढ़ में स्थित स्तम्भ की ऊँचाई लगभग 40 फुट है। स्तम्भ पर चमकते हुए शीशे की तरह पॉलिश है। ये इतने चमकीले हैं कि बहुत विद्वानों ने तो इन स्तम्भों को [[धातु]] का बना हुआ समझा। | *यह स्तम्भ भी अशोक के अन्य स्तम्भों की भाँति चुनाव के बलुआ पत्थर से निर्मित तथा एकाश्मक है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार= | *स्तम्भ के शीर्ष भाग पर बैठे हुए सिंह बने हुए हैं, जिनकी माँसपेशियों तथा शिराओं का सफल अंकन हुआ है। | ||
*लौरिया-नन्दनगढ़ में स्थित स्तम्भ की ऊँचाई लगभग 40 फुट है। | |||
*स्तम्भ पर चमकते हुए शीशे की तरह पॉलिश है। | |||
*ये इतने चमकीले हैं कि बहुत विद्वानों ने तो इन स्तम्भों को [[धातु]] का बना हुआ समझा। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
Line 20: | Line 25: | ||
[[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] | [[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 07:51, 8 October 2011
लौरिया-नन्दनगढ़ बिहार के चम्पारन ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है।
- लौरिया-नन्दनगढ़ में अशोक का एक प्रस्तर स्तम्भ स्थित है।
- इस स्तम्भ पर अशोक के सप्त धम्म लेख अंकित हैं।
- लौरिया-नन्दनगढ़ का स्तम्भ अन्य स्तम्भों में सर्वथा सुरक्षित और अखण्डित है।
- इसके अध्ययन से अशोक के स्तम्भों और उसके विभिन्न अवयवों का स्पष्ट चित्र उभरता है।
- यह स्तम्भ भी अशोक के अन्य स्तम्भों की भाँति चुनाव के बलुआ पत्थर से निर्मित तथा एकाश्मक है।
- स्तम्भ के शीर्ष भाग पर बैठे हुए सिंह बने हुए हैं, जिनकी माँसपेशियों तथा शिराओं का सफल अंकन हुआ है।
- लौरिया-नन्दनगढ़ में स्थित स्तम्भ की ऊँचाई लगभग 40 फुट है।
- स्तम्भ पर चमकते हुए शीशे की तरह पॉलिश है।
- ये इतने चमकीले हैं कि बहुत विद्वानों ने तो इन स्तम्भों को धातु का बना हुआ समझा।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख