Template:ब्रज सूचना बक्सा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय |चित्र=Braj-Kolaz.jpg |चित्र का न...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
Line 2: Line 2:
|चित्र=Braj-Kolaz.jpg
|चित्र=Braj-Kolaz.jpg
|चित्र का नाम=ब्रज के विभिन्न दृश्य
|चित्र का नाम=ब्रज के विभिन्न दृश्य
|विवरण=भागवत में ‘ब्रज’ क्षेत्र विशेष को इंगित करते हुए ही प्रयुक्त हुआ है। वहाँ इसे एक छोटे ग्राम की संज्ञा दी गई है। उसमें ‘पुर’ से छोटा ‘ग्राम’ और उससे भी छोटी बस्ती को ‘ब्रज’ कहा गया है। 16वीं शताब्दी में ‘ब्रज’ प्रदेश के अर्थ में होकर ‘[[ब्रजमंडल]]’ हो गया और तब उसका आकार 84 कोस का माना जाने लगा था।  
|विवरण=भागवत में ‘[[ब्रज]]’ क्षेत्र विशेष को इंगित करते हुए ही प्रयुक्त हुआ है। वहाँ इसे एक छोटे ग्राम की संज्ञा दी गई है। उसमें ‘पुर’ से छोटा ‘ग्राम’ और उससे भी छोटी बस्ती को ‘ब्रज’ कहा गया है। 16वीं शताब्दी में ‘ब्रज’ प्रदेश के अर्थ में होकर ‘[[ब्रजमंडल]]’ हो गया और तब उसका आकार 84 कोस का माना जाने लगा था।  
|शीर्षक 1=ब्रज क्षेत्र  
|शीर्षक 1=ब्रज क्षेत्र  
|पाठ 1=आज जिसे हम ब्रज क्षेत्र मानते हैं उसकी दिशाऐं, उत्तर दिशा में [[पलवल]] ([[हरियाणा]]), दक्षिण में [[ग्वालियर]] ([[मध्य प्रदेश]]), पश्चिम में [[भरतपुर]] ([[राजस्थान]]) और पूर्व में [[एटा]] ([[उत्तर प्रदेश]]) को छूती हैं।  
|पाठ 1=आज जिसे हम ब्रज क्षेत्र मानते हैं उसकी दिशाऐं, उत्तर दिशा में [[पलवल]] ([[हरियाणा]]), दक्षिण में [[ग्वालियर]] ([[मध्य प्रदेश]]), पश्चिम में [[भरतपुर]] ([[राजस्थान]]) और पूर्व में [[एटा]] ([[उत्तर प्रदेश]]) को छूती हैं।  
Line 10: Line 10:
|पाठ 3=[[कोटवन]], [[काम्यवन]], [[कुमुदवन]], [[कोकिलावन]], [[खदिरवन]], [[तालवन]], [[बहुलावन]], [[बिहारवन]], [[बेलवन]], [[भद्रवन]], [[भांडीरवन]], [[मधुवन]], [[महावन]], [[लौहजंघवन]] एवं [[वृन्दावन]]
|पाठ 3=[[कोटवन]], [[काम्यवन]], [[कुमुदवन]], [[कोकिलावन]], [[खदिरवन]], [[तालवन]], [[बहुलावन]], [[बिहारवन]], [[बेलवन]], [[भद्रवन]], [[भांडीरवन]], [[मधुवन]], [[महावन]], [[लौहजंघवन]] एवं [[वृन्दावन]]
|शीर्षक 4=भाषा
|शीर्षक 4=भाषा
|पाठ 4=[[ब्रजभाषा]]
|पाठ 4=[[हिंदी]] और [[ब्रजभाषा]]
|शीर्षक 5=प्रमुख पर्व एवं त्योहार
|शीर्षक 5=प्रमुख पर्व एवं त्योहार
|पाठ 5=[[होली]], [[कृष्ण जन्माष्टमी]], [[यम द्वितीया]], [[गुरु पूर्णिमा]], [[राधाष्टमी]], [[गोवर्धन पूजा]], [[गोपाष्टमी]], [[नन्दोत्सव]] एवं [[कंस मेला]]
|पाठ 5=[[होली]], [[कृष्ण जन्माष्टमी]], [[यम द्वितीया]], [[गुरु पूर्णिमा]], [[राधाष्टमी]], [[गोवर्धन पूजा]], [[गोपाष्टमी]], [[नन्दोत्सव]] एवं [[कंस मेला]]

Latest revision as of 14:09, 6 July 2013

ब्रज सूचना बक्सा
विवरण भागवत में ‘ब्रज’ क्षेत्र विशेष को इंगित करते हुए ही प्रयुक्त हुआ है। वहाँ इसे एक छोटे ग्राम की संज्ञा दी गई है। उसमें ‘पुर’ से छोटा ‘ग्राम’ और उससे भी छोटी बस्ती को ‘ब्रज’ कहा गया है। 16वीं शताब्दी में ‘ब्रज’ प्रदेश के अर्थ में होकर ‘ब्रजमंडल’ हो गया और तब उसका आकार 84 कोस का माना जाने लगा था।
ब्रज क्षेत्र आज जिसे हम ब्रज क्षेत्र मानते हैं उसकी दिशाऐं, उत्तर दिशा में पलवल (हरियाणा), दक्षिण में ग्वालियर (मध्य प्रदेश), पश्चिम में भरतपुर (राजस्थान) और पूर्व में एटा (उत्तर प्रदेश) को छूती हैं।
ब्रज के केंद्र मथुरा एवं वृन्दावन
ब्रज के वन कोटवन, काम्यवन, कुमुदवन, कोकिलावन, खदिरवन, तालवन, बहुलावन, बिहारवन, बेलवन, भद्रवन, भांडीरवन, मधुवन, महावन, लौहजंघवन एवं वृन्दावन
भाषा हिंदी और ब्रजभाषा
प्रमुख पर्व एवं त्योहार होली, कृष्ण जन्माष्टमी, यम द्वितीया, गुरु पूर्णिमा, राधाष्टमी, गोवर्धन पूजा, गोपाष्टमी, नन्दोत्सव एवं कंस मेला
प्रमुख दर्शनीय स्थल कृष्ण जन्मभूमि, द्वारिकाधीश मन्दिर, राजकीय संग्रहालय, बांके बिहारी मन्दिर, रंग नाथ जी मन्दिर, गोविन्द देव मन्दिर, इस्कॉन मन्दिर, मदन मोहन मन्दिर, दानघाटी मंदिर, मानसी गंगा, कुसुम सरोवर, जयगुरुदेव मन्दिर, राधा रानी मंदिर, नन्द जी मंदिर, विश्राम घाट , दाऊजी मंदिर
संबंधित लेख ब्रज का पौराणिक इतिहास, ब्रज चौरासी कोस की यात्रा, मूर्ति कला मथुरा
अन्य जानकारी ब्रज के वन–उपवन, कुन्ज–निकुन्ज, श्री यमुना व गिरिराज अत्यन्त मोहक हैं। पक्षियों का मधुर स्वर एकांकी स्थली को मादक एवं मनोहर बनाता है। मोरों की बहुतायत तथा उनकी पिऊ–पिऊ की आवाज़ से वातावरण गुन्जायमान रहता है।