सतियपुत्र: Difference between revisions
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*[[अशोक]] के 13वें शिलालेख में सतियपुत्रों के 'सतियषुत्रदेश' का उल्लेख हुआ है, जो अशोक के साम्राज्य के बाहर, किंतु उसके प्रत्यंत या पड़ोस में स्थित था। यह वर्तमान केरल के उत्तर में था। इसका एक नाम 'कूषक' भी था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=931|url=}}</ref> | |||
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Latest revision as of 13:38, 13 September 2014
सतियपुत्र अथवा 'सत्य पुत्रों' के राज्य का उल्लेख मौर्य सम्राट अशोक के द्वितीय शिलालेख में उसके साम्राज्य की दक्षिणी सीमाओं पर हुआ है। इसकी निश्चित पहचान नहीं हो सकी है, किंतु यह निश्चित ही केरल अथवा चेर राज्य के निकट स्थित था।
- अशोक के 13वें शिलालेख में सतियपुत्रों के 'सतियषुत्रदेश' का उल्लेख हुआ है, जो अशोक के साम्राज्य के बाहर, किंतु उसके प्रत्यंत या पड़ोस में स्थित था। यह वर्तमान केरल के उत्तर में था। इसका एक नाम 'कूषक' भी था।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 931 |