सूनाध्यक्ष
सूनाध्यक्ष प्राचीन भारत में मौर्य साम्राज्य के एक उच्च अधिकारी का पद था। यह अधिकारी राज्य का महत्त्वपूर्ण अंग था।
- सूनाध्यक्ष का कार्य बूचड़खानों पर नियन्त्रण रखना था।
- बूचड़खानों के सम्बन्ध में अनेक प्रकार के नियम होते थे। अनेक प्रकार के पशुओं और पक्षियों की हत्या निषिद्ध थी। सूनाध्यक्ष न केवल देश के विविध बूचड़खानों को नियंत्रित करता था, अपितु राजकीय पशु वधशालाओं का प्रबन्ध भी उसके हाथों में था।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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