हिन्दी सामान्य ज्ञान 12: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "Category:हिन्दी भाषा" to "Category:हिन्दी सामान्य ज्ञान ") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "सर्वश्रेष्ट" to "सर्वश्रेष्ठ") |
||
(13 intermediate revisions by 5 users not shown) | |||
Line 9: | Line 9: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | {जलप्लावन भारतीय इतिहास की ऐसी प्राचीन घटना है, जिसको आधार बनाकर [[छायावादी युग]] में एक [[महाकाव्य]] लिखा गया। उसका नाम है- | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[लोकायतन -सुमित्रानन्दन पंत|लोकायतन]] | |||
-[[कुरुक्षेत्र -रामधारी सिंह दिनकर|कुरुक्षेत्र]] | |||
+[[कामायनी -जयशंकर प्रसाद|कामायनी]] | |||
-[[चिदम्बरा -सुमित्रानन्दन पंत|चिदम्बरा]] | |||
-[[ | |||
- | |||
| | |||
- | |||
| | |||
+[[ | |||
- | |||
| | |||
-[[ | |||
- | |||
{शब्दार्थों सहित काव्यम् यह उक्ति किसकी है? | {शब्दार्थों सहित काव्यम् यह उक्ति किसकी है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मम्मट | -[[मम्मट]] | ||
-कुंतक | -[[कुंतक]] | ||
+भामह | +भामह | ||
-चिंतामणि | -[[चिंतामणि त्रिपाठी|चिंतामणि]] | ||
{ढ़ाई आखर प्रेम के, पढ़ै सो पंडित होय॥ प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता | {'ढ़ाई आखर प्रेम के, पढ़ै सो पंडित होय॥' प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता कौन थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मीराबाई]] | -[[मीराबाई]] | ||
-[[जायसी]] | -[[जायसी]] | ||
-[[तुलसीदास]] | -[[तुलसीदास]] | ||
+[[कबीर दास]] | +[[कबीर|कबीर दास]] | ||
{चौपाई के प्रत्येक चरण में मात्राएँ होती हैं | {[[चौपाई]] के प्रत्येक चरण में कितनी मात्राएँ होती हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-11 | -11 | ||
Line 117: | Line 37: | ||
+16 | +16 | ||
-15 | -15 | ||
{[[भक्ति काल|भक्तिकालीन]] कवियों में एक ऐसा ख्यातिलब्ध रचनाकार भी था, जो अपने काव्य में लोकव्यापी प्रभाव वाले कर्म और लोकव्यापिनी दशाओं के वर्णन में माहिर था। वह था- | |||
|type="()"} | |||
-[[जायसी]] | |||
-[[सूरदास]] | |||
+[[तुलसीदास]] | |||
-[[रविदास]] | |||
||[[चित्र:Tulsidas.jpg|150px|गोस्वामी तुलसीदास|right]] गोस्वामी तुलसीदास [1497(1532) - 1623] एक महान् कवि थे। उनका जन्म राजापुर, (वर्तमान [[बाँदा ज़िला]]) [[उत्तर प्रदेश]] में हुआ था। तुलसी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। माता-पिता दोनों चल बसे और इन्हें भीख मांगकर अपना पेट पालना पड़ा था। इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया। पत्नी के व्यंग्यबाणों से विरक्त होने की लोकप्रचलित कथा को कोई प्रमाण नहीं मिलता। अपने जीवनकाल में तुलसीदास जी ने 12 ग्रन्थ लिखे और उन्हें [[संस्कृत]] विद्वान होने के साथ ही हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में एक माना जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तुलसीदास]] | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
Line 122: | Line 50: | ||
{{हिन्दी सामान्य ज्ञान}} | {{हिन्दी सामान्य ज्ञान}} | ||
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | ||
[[Category:सामान्य ज्ञान]] | [[Category:सामान्य ज्ञान]] | ||
[[Category:हिन्दी सामान्य ज्ञान]] | [[Category:हिन्दी सामान्य ज्ञान]] | ||
[[Category:सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी]] | [[Category:सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ | ||
{{Review-G}} |
Latest revision as of 13:58, 29 October 2017
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
- REDIRECTसाँचा:नीलाइस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:-
- REDIRECTसाँचा:नीला बन्द भाषा प्रांगण, हिन्दी भाषा
पन्ने पर जाएँ
|
पन्ने पर जाएँ
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान