अम्बर क़िला जयपुर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "दरवाजा" to "दरवाज़ा") |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Jaipur-Amber-Fort.jpg|thumb|250px|अम्बर क़िला, [[जयपुर]]<br />Amber Fort, Jaipur]] | [[चित्र:Jaipur-Amber-Fort.jpg|thumb|250px|अम्बर क़िला, [[जयपुर]]<br />Amber Fort, Jaipur]] | ||
*'''आमेर क़िले को ही अम्बर क़िला''' कहा जाता है। | |||
*इस राजप्रसाद का निर्माण 1592 ई. में महाराज [[मानसिंह]] ने शुरू करवाया था। | *इस राजप्रसाद का निर्माण 1592 ई. में महाराज [[मानसिंह]] ने शुरू करवाया था। | ||
*पूरे सात वर्षों के उपरान्त सवाई राजा [[जयसिंह]] ने इसे पूर्णरूप प्रदान किया। | *पूरे सात वर्षों के उपरान्त सवाई राजा [[जयसिंह]] ने इसे पूर्णरूप प्रदान किया। | ||
*इस क़िले का दोहरा दरवाज़ा पार कर पीछे की ओर [[बंगाल]] की आराध्य देवी [[काली]] का मंदिर है। | *इस क़िले का दोहरा दरवाज़ा पार कर पीछे की ओर [[बंगाल]] की आराध्य देवी [[काली]] का मंदिर है। | ||
*राजा जयसिंह ने इस रक्तपात भरे कार्यक्रम को बन्द करवा दिया। | *राजा जयसिंह ने इस रक्तपात भरे कार्यक्रम को बन्द करवा दिया। | ||
{{point}} '''देखें-''' [[आमेर का क़िला जयपुर]] | |||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति |
Revision as of 13:14, 28 February 2011
[[चित्र:Jaipur-Amber-Fort.jpg|thumb|250px|अम्बर क़िला, जयपुर
Amber Fort, Jaipur]]
- आमेर क़िले को ही अम्बर क़िला कहा जाता है।
- इस राजप्रसाद का निर्माण 1592 ई. में महाराज मानसिंह ने शुरू करवाया था।
- पूरे सात वर्षों के उपरान्त सवाई राजा जयसिंह ने इसे पूर्णरूप प्रदान किया।
- इस क़िले का दोहरा दरवाज़ा पार कर पीछे की ओर बंगाल की आराध्य देवी काली का मंदिर है।
- राजा जयसिंह ने इस रक्तपात भरे कार्यक्रम को बन्द करवा दिया।
{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}} देखें- आमेर का क़िला जयपुर
|
|
|
|
|