विक्रमशिला: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "तत्व " to "तत्त्व ") |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
*[[बख़्तियार ख़िलजी]] ने 1202-1203 ई. में विक्रमशिला महाविहार को नष्ट कर दिया था। यहाँ के विशाल पुस्तकालय को आग के हवाले कर दिया था, उस समय यहाँ पर 160 विहार थे जहां विद्यार्थी अध्ययनरत | *[[बख़्तियार ख़िलजी]] ने 1202-1203 ई. में विक्रमशिला महाविहार को नष्ट कर दिया था। यहाँ के विशाल पुस्तकालय को आग के हवाले कर दिया था, उस समय यहाँ पर 160 विहार थे जहां विद्यार्थी अध्ययनरत | ||
थे।<ref>{{cite web |url=http://www.kaverinews.com/article.php?id=371|accessmonthday=[[14 अगस्त]]|accessyear=[[2010]] |last=|first= |authorlink=|title= बिहार : प्रमुख ऎतिहासिक स्थल|format=एच.टी.एम.एल |publisher=kaverinews.com|language=हिंदी}}</ref> | थे।<ref>{{cite web |url=http://www.kaverinews.com/article.php?id=371|accessmonthday=[[14 अगस्त]]|accessyear=[[2010]] |last=|first= |authorlink=|title= बिहार : प्रमुख ऎतिहासिक स्थल|format=एच.टी.एम.एल |publisher=kaverinews.com|language=हिंदी}}</ref> | ||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
* [http://www.asi.nic.in/asi_museums_vikramshila_hn.asp संग्रहालय-विक्रमशिला] | |||
* [http://www.biharsamaylive.com/NewsDetails.aspx?lNewsID=16976&lCategoryID=274 भागलपुर:एक परिचय] | |||
==संबंधित लेख== | |||
{{बिहार के पर्यटन स्थल}} | |||
[[Category:बिहार]] | [[Category:बिहार]] | ||
[[Category:बिहार_के_नगर]] | [[Category:बिहार_के_नगर]] | ||
[[Category:बिहार_के_पर्यटन_स्थल]] | [[Category:बिहार_के_पर्यटन_स्थल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 10:56, 19 January 2011
- प्राचीन भारत की एक नगरी जिसमें बहुत बड़ा बौद्ध विद्यालय था। बिहार राज्य के भागलपुर ज़िले में गंगा तट पर विक्रमशिला स्थित है। यहाँ बौद्ध महाविहार निर्मित था जो समकालीन विश्व में बौद्ध वज्रयान मत का प्रमुख केन्द्र था।
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म की वज्रयान शाखा का प्रमुख केन्द्र था। यहाँ न्याय, तत्वज्ञान एवं व्याकरण की शिक्षा दी जाती थी।
- ग्यारहवीं सदी में पाल शासक धर्मपाल ने विक्रमशिला महाविहार का निमार्ण कराया था। विक्रमशिला महाविहार की विश्व प्रसिद्ध चर्चा से उत्साहित तिब्बत के सम्राट ने यहाँ के प्रसिद्ध विद्वान 'दीपांकर श्रीज्ञान अतीश' को आमंत्रित किया था। उन्होंने तिब्बत से बौद्ध भिक्षुओं को चीन, जापान, मलेशिया, थाइलैंड से लेकर अफ़ग़ानिस्तान तक भेजकर बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार किया।
- विक्रमशिला के बारे में सबसे पहले राहुल सांस्कृत्यायन ने सुल्तानगंज के क़रीब होने का अंदेशा प्रकट किया था। उसका मुख्य कारण था कि अंग्रेजों के जमाने में सुल्तानगंज के निकट एक गांव में बुद्ध की प्रतिमा मिली थी। बावजूद उसके अंग्रेजों ने विक्रमशिला के बारे में पता लगाने का प्रयास नहीं किया। इसके चलते विक्रमशिला की खुदाई पुरातत्त्व विभाग द्वारा 1986 के आसपास शुरू हुआ।[1]
- बख़्तियार ख़िलजी ने 1202-1203 ई. में विक्रमशिला महाविहार को नष्ट कर दिया था। यहाँ के विशाल पुस्तकालय को आग के हवाले कर दिया था, उस समय यहाँ पर 160 विहार थे जहां विद्यार्थी अध्ययनरत
थे।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विक्रमशिला विश्वविद्यालय को लेकर सरकार गंभीर पहल नहीं कर रही (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) bhagalpurmycity.blogspot.com। अभिगमन तिथि: 14 अगस्त, 2010।
- ↑ बिहार : प्रमुख ऎतिहासिक स्थल (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) kaverinews.com। अभिगमन तिथि: 14 अगस्त, 2010।